आरएसएस से जुडे संगठन भारतीय मजदूर संघ ने शुक्रवार को मार्च निकालकर केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। करीब तीन लाख की संख्या में संगठन से जुडे सदस्य अपने खर्चे पर राजधानी दिल्ली पहुंचे थे। संसद मार्ग पर निकले इस मार्च के कारण कनॉट प्लेस तक दिल्ली में घंटों जाम का माहौल रहा।
इस अवसर पर देशभर से आए मजदूरों को संबोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ के उपाध्यक्ष जयंती लाल ने कहा कि मोदी अपने मन की बात छोडकर जन जन की बात सुनें। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वो मजदूरों और किसानों का भला करने वाली नीतियां बनाएं। जिन लोगों ने आपको सत्ता में बैठाया है अब वो चुप नहीं बैठने वाले।
केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जुटे। इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष केसी साजी नारायरण, जनरल सेक्रेटी व्रिजेश उपाध्याय मुख्य रुप से मौजूद रहे वहीं क्षेत्रिय संगठन मंत्री पवन कुमार ने मजदूरों की इस रैली की सारी व्यवस्थाएं की।
इस महारैली में कर्मचारियों सहित आंगनबाड़ी और मिड-डे मील कर्मी भी शामिल थे। कर्मचारियों ने सामन वेतन के लिए समान वेतन की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने ठेकेदारी मजदूरी प्रथा पर रोक लगाने की मांग की। रैली में शामिल मजदूर संघ के एक कार्यकर्ता ने कहा कि हमारी यह रैली बढ़ती लेबर प्रथा के खिलाफ है। उन्होंने कहा “हमें अपने मजदूर भाईयों के लिए वह सारे अधिकार चाहिए जिनका सविंधान के तहत प्रावधान है।”
https://www.youtube.com/watch?v=2TB5jrkyON4