जूली चौरसिया
भारत में सबसे अधिक बरसात अगस्त से लेकर सितंबर की शुरुआत तक होती है, लेकिन इस बार मौसम के मिजाज बदले हुए हैं और ऐसा लग रहा है कि इस बार मानसून अक्टूबर माह में आया है। माह की शुरुआत में ही लगातार बरसात हो रही है। विशेषकर उत्तरभारत के इलाकों हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई हिस्सों में झमाझम बरसात जारी है। अक्टूबर में हो रही बरसात के क्या कारण हैं, आईए इसे जानने की कोशिश करते हैं।
भारी बारिश के पीछे पश्चिम विक्षोभ-
वैज्ञानिकों ने अक्टूबर में हो रही बारिश के पीछे दो कारण बताए हैं, पहला कारण पश्चिमी विक्षोभ को बताया है ये ऐसे तूफ़ान होते हैं जो कैस्पियन भूमध्य सागर में उत्पन्न होते हैं और उत्तर पश्चिमी भारत में ग़ैर मानसूनी बारिश के ज़िम्मेदार होते हैं।
लो प्रेशर के कारण भी होती है बरसात-
वैज्ञानिकों के मुताबिक़ बरसात का दूसरा बड़ा कारण “लो प्रेशर” है। जिसकी वजह से अक्टूबर के महीने में भी बारिश हो रही है । लो प्रेशर यानी कम दबाव वाले क्षेत्रों में तेज़ बरसात, तूफ़ान जैसी स्थिति बनी रहती है। वैज्ञानिकों ने 17 अक्टूबर को भी बारिश होने की आशंका जताई है।
दिपावली पर मौसम का हाल-
मौसम विभाग के अनुसार यदि कुछ और दिनों तक बारिश हुई तो इस बार बारिश एक नया रिकोर्ड बना लेगी। वैसे तो दिपावली पर मौसम साफ होने की उम्मीद है, परंतु अभी इस बारे में कुछ पक्का नहीं कहा जा सकता। हो सकता है कि इस बार की दिवाली लोगों को बारिश के साथ ही मनानी पड़े।
बारिश का क़हर-
कई इलाक़ों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं जिससे कई लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा। सड़कों पर भी जलभराव की स्थिति बन चुकी है जिससे सड़कें नज़र भी नहीं आ रही और जिस कारण लोगों को आने जाने में बहुत सी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है चाहे कार हो मोटरसाइकिल हो या फिर ऑटोरिक्शा, पानी भरा होने की वजह से बीच सड़क पर ही बन्द हो जाते हैं जिससे जाम भी लग जाता है।
कईयों ने गवाई अपनी जान-
कई दिनों से हो रही इस बारिश और तूफ़ान के चलते कहीं इमारतें गिरी तो कही बिजली गिरने की वजह से कई लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी तो कुछ लोग घायल हो गए। अभी भी बारिश लगातार जारी है।
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फ़सलों और पशुओं की हानि-
लगातार हो रही इस बारिश कि वजह से फ़सलें ख़राब हो रही हैं और पशुओं की भी हानि हो रही है। इसको मद्देनज़र रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने पशुओं और फ़सलों के नुक़सान की शिकायत दर्ज होते ही तुरंत मुआवज़ा देने का आदेश जारी किया है।
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