भारत में प्रदूषण की समस्या बढ़ती ही जा रही है पहले तो यह केवल शहरों में अधिक होता था लेकिन अब यह ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ रहा है। प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप के कारण लोगों में बीमारियां मुख्य रूप से सांस की बीमारी अधिक बढ़ रही है। इस बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने नया नियम लागू कर दिया है, आपको बता दें कि 1 दिसंबर से ही दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिकारियों ने इस नियम को एक्शन में लिया है।
केवल CNG, EV Auto का ही पंजीकरण होगा
केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 1 जनवरी से दिल्ली एनसीआर के सभी जिलों में केवल इलेक्ट्रिक और सीएनजी ऑटो का ही पंजीकरण करने का निर्देश दिया है। इस आदेश को दिल्ली समेत हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान इन तीन राज्यों के एनसीआर में पड़ने वाले इन जिलों पर भी लागू किया गया है। नए आदेश के अनुसार 31 दिसंबर 2024 तक डीजल ऑटो रिक्शा चलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया जाएगा और 2026 के दिसंबर तक इसे चलाने पर हर क्षेत्र में प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। पिछले साल की तुलना में इस बार आधा प्रदूषण पराली से ही रहा है लेकिन इसके बाद भी दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा। हम ऐसे ही उपायों से इस प्रदूषण पर काबू पा सकते हैं, यदि हमने ऐसा नहीं किया तो आने वाले समय में दिल्ली एनसीआर का हाल बेहद बुरा होगा।
कहीं भी गाड़ी जप्त कर सकते हैं पुलिस वाले
आपको बता दें कि दिल्ली में इस समय प्रदूषण बढ़ने के कारण से पुलिस वालों ने अब वाहनों की चेकिंग और भी सख्त कर दी है, इसमें जिसके पास प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं है उसकी गाड़ी को जप्त कर लिया जा रहा है और उस पर जुर्माना लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं आपके पास सर्टिफिकेट होने के बाद भी यदि वाहनों को प्रदूषण फैलाते हुए देखा जा रहा है तो उनकी भी गाड़ी जप्त की जा रही है। लेकिन दिल्ली एनसीआर में तो यह आम बात हो चुकी है की प्रदूषण करने वाली गाड़ियों को भी आसानी से प्रदूषण सर्टिफिकेट मिल जाता है, और इसमें वेंडर से लेकर वाहन मालिक सभी शामिल होते हैं। अब नियम लागू होने के बाद देखना यह है कि इस नियम का कितना पालन किया जाएगा और दिल्ली में कितना प्रदूषण कम होगा।
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