स्नेहा मिश्रा
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पांच नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि कॉलेजियम के द्वारा पिछले वर्ष दिसंबर महीने में सुप्रीम कोर्ट में उच्च न्यायालय के तीन मुख्य न्यायाधीशों व दो न्यायाधीश के नामों की सिफारिश की गई थी। जिसका फैसला सुनाते हुए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पांच नए न्यायाधीशों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
केंद्र सरकार ने जजों की नियुक्ति को दी मंजूरी –
इन पांचों जजों की नियुक्ति के साथ ही न्यायालय की ताकत भी बढ़ जाएगी। वर्तमान समय में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ सहित कुल 27 न्यायाधीश है, जो कि अब बढ़कर 32 हो जाएंगे। जबकि इसकी क्षमता 34 की है। केंद्र सरकार ने शनिवार को पांच नए जजों की नियुक्ति को हरी झंडी दिखा दी। केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी और सुप्रीम कोर्ट के सभी नए न्यायाधीशों को शुभकामनाएं भी दी।
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आखिर कौन हैं ये पांचों न्यायाधीश –
यह सभी पांचों जज अलग-अलग हाईकोर्ट के हैं। जिन्हें अब सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में चुना गया है। इससे पहले शुक्रवार को कॉलेजियम की सिफारिश के चलते सुप्रीम कोर्ट ने जजों की नियुक्ति में देरी होने के कारण केंद्र सरकार को फटकार भी लगाई थी। राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस पंकज मिथल, पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल, मणिपुर के पीवी संजय कुमार, पटना के अमानुल्लाह और इलाहाबाद के मनोज मिश्रा यही वह पांचो नाम हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट में नए जज के रूप में चुना गया है।
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कॉलेजियम ने पिछले साल 13 दिसंबर को सर्वोच्च न्यायालय में पांच न्यायाधीशों के नामों की सिफारिश की थी। जबकि इसके बाद 31 जनवरी को प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने केंद्र सरकार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और गुजरात उच्च न्यायालय के जज अरविंद कुमार के नाम की सिफारिश की थी।