Soram Mahapanchayat: दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग लेकर धरने पर बैठे ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा हुई अभद्रता के खिलाफ मुज्जफरनगर के सोरम गांव में एक महापंचायत बुलाई गई थी। सौरम गांव की चौपाल सर्वखाप मुख्यालय के रुप में भी जानी जाती है। इस बार यहां खिलाड़ियों के मुद्दे को लेकर खाप नेताओं ने एक महापंचायत का आयोजन गुरुवार शाम को किया था।
महापंचायत में कौन-कौन हुआ शामिल-
इस महापंचायत में सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान,बालियान खाप चौधरी नरेश टिकैत, मलिक खाप से बाबा श्याम सिंह मलिक, कालखंडे खाप से बाबा संजय कालखंडे, लाठियान खाप से बाबा विरेंद्र सिंह लाठियान, बत्तीसा खाप, बुड़ियांन खाप, घनगस खाप, देशवाल खाप सहित विभिन्न खापों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
दिल्ली के जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने पर पुलिस के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया जिसे लेकर ऐतिहासिक सर्वखाप मुख्यालय सौरम पर तत्काल में पंचायत बुलाई गई जिसमें खापों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सर्वसम्मति से 7 मई को दिल्ली चलने का फैसला किया@OfficialBKU @BajrangPunia pic.twitter.com/217mBIuBsc
— Naresh Tikait (@NareshTikait) May 4, 2023
पंचायत में खिलाडियों के समर्थन में क्या फैसला लिया गया है?
सोरम गांव में हुआ महापंचायत की अध्यक्षता लाठियान खाप के चौधरी बाबा विरेंद्र लाठियान ने की, जिसमें वहां मौजूद सभी खाप चौधरियों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि वो सात मई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर जाकर पहलवानों के धरने में शामिल होंगे और वहां पहलवानों के साथ बैठकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
किसान पुलिस के देर रात पहलवानों से झड़प और महिला पहवानों से गाली गलौच करने को लेकर परेशान हैं। उनका कहना है कि शराब पीकर गलत हरकत करने वाले दिल्ली पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया जाए और आगे से ऐसी हरकत पुलिस न करे इस बात का आश्वासन भी दे, इन मांगों को लेकर भी वे दिल्ली जाएंगे।
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इस पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि आज देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों की नजर अपनी खापों पर टिकी है। अब समय आ गया है कि हम अन्य सभी कामों को छोड़कर अपनी बेटियों के मान-सम्मान की लड़ाई लड़ें, हम उन्हें ऐसी स्थिती में अकेला नहीं छोड़ सकते हैं।
महापंचायत का क्या संदेश है, क्या किसानों का दिल्ली कूच होगा?
दस्तक इंडिया की नजर में खिलाड़ियों के समर्थन में पश्चिमी उत्तरप्रदेश में ये बड़ी महापंचायत हुई है, ऐसी महापंचायत अब हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों में भी देखने को मिल सकती है। सामाजिक कार्यों में थोड़ा समय लगता है लेकिन वो होते जरुर हैं अगर सरकार खिलाड़ियों के पक्ष में जल्दी कोई फैसला नहीं ले पाई तो ये मुद्दा काफी बड़ा बन सकता है।
जहां तक किसानों के दिल्ली कूच की बात है तो सोरम की महापंचायत में किसानों ने 7 मई को जंतर-मंतर पर आने की बात कही है, हो सकता है कि ये कूच कम संख्या में ही हो लेकिन खाप और खिलाड़ी मिलकर जो फैसला लेंगे उसके बाद ही दिल्ली में हो सकता है कि किसान आंदोलन वाली स्थिती देखने को मिले।
लेकिन अगर सरकार सही समय में खिलाड़ियों के हित में निणर्य ले ले और दिल्ली पुलिस जांच कर बृजभूषण को गिरफ्तार कर ले तो हो सकता है कि एक बार फिर दिल्ली में किसानों के साथ पुलिस और सरकार के बड़े टकराव को टाला जा सके।
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