अक्सर आपने कई लोगों को पैरों में काला धागा पहने हुए देखा होगा। जिसे आप आम बात समझ लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि पैरों में काला धागा बांधने से क्या फायदे होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में काले धागे को बुरी नजर से जोड़ जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब कुछ नियमों के साथ पैरों में काला धागा बांधा जाता हैं, तब यह आपके लिए सफलताओं के सभी बंद दरवाजे खोल देता है और आपको बुरी नजर और बुरी शक्तियों से दूर रखता हैं। लेकिन कुछ लोग इन नियमों को ताक पर रखकर काला धागा बांधते हैं, जिसकी वजह से उन्हें इस उपाय से फायदा नहीं बल्कि नुकसान होता है। चलिए आज हम आपको बताते हैं, कि पैर में काला धागा बांधते समय किन-किन नियमों का पालन करना चाहिए।
काला धागा बांधने के नियम-
काले धागे को शनि देव से जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है, जब आपके कुंडली में शनि दोष होता है उस समय आपको काला धागा अपने पांव में बांधना चाहिए। ऐसा करने से आपकी कुंडली में मौजूद शनि दोष कम होता है और आपको बाधाओं का कम सामना करना पड़ता है।
9 गाठें-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी आप काला धागा बांधते हैं, तो उस धागे में 9 गाठें जरूर लगाए, क्योंकि इन गाठों को 9 नक्षत्र से जोड़ा जाता है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें जहां पर भी आप इस काले धागे को पहनने वाले हैं वहां पर कोई और धागा ना हो।
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गायत्री मंत्र का जाप-
काले धागे को बांधने के समय अगर आप गायत्री मंत्र का जाप करेंगे, तो इस काले धागे का प्रभाव अधिक होगा और आपको इसका फल भी अवश्य मिलेगा। लेकिन धागे को बांधने से पहले एक समय निश्चित कर लें।
बुरी नजर से बचाव-
यदि आप बार-बार बीमार पड़ते हैं और आपके घर में बीमारियों का वास रहता है, तो आपको बुरी नजर से बचाव के लिए काले धागे को जरूर पहनना चाहिए। क्योंकि यह धागा ना सिर्फ आपको बुरी नजर से बचाएगा, बल्कि आपके आसपास से नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करेगा।
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