6G लाने की तैयारी अब भारत में तेज हो गई है, टेलीकॉम मंत्री अश्वनी वैष्णव ने सोमवार को 6G को लेकर नए एलाइंस की शुरुआत की है। भारत में यह एलाइंस नई टेक्नोलॉजी और 6G के विकास के लिए काम करेगा। भारत समय रहते नई जनरेशन की इस तकनीक को लाने के लिए तैयारी करना चाहता है, जिससे अन्य देशों में आने वाली तकनीक पर निर्भरता को कम किया जा सके। इसके साथ ही वह नई तकनीकों के निर्यात में भी अहम भूमिका अदा करना चाहता है।
#Bharat6GAlliance | Hon’ble @AshwiniVaishnaw & Hon’ble @devusinh, will launch Bharat 6G Alliance today, 12:30hrs at Hotel Shangri-La eros New Delhi. pic.twitter.com/pcISHb0MEi
— DoT India (@DoT_India) July 3, 2023
रिसर्च इंस्टीट्यूट एंड साइंस ऑर्गेनाइजेशन भी शामिल-
प्राइवेट सेक्टर 6G एलाइंस सार्वजनिक सेक्टर और अन्य विभाग का गठजोड़ है। जिसमें सभी 6G को आगे बढ़ाने के लिए अपना योगदान देने वाले हैं, इसके साथ ही नए आइडिया के साथ इसे बेहतर बनाया जा सकता है। इसमें नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट एंड साइंस ऑर्गेनाइजेशन का भी शामिल होगा।
6G विज़न डॉक्यूमेंट-
पीएम मोदी ने इस साल 6G विज़न डॉक्यूमेंट पेश किया था, इसके साथ ही 6G बेड्स का भी ऐलान किया गया था दरअसल बेड्स में किसी भी टेक्नोलॉजी को लॉन्च से पहले टेस्ट किया जाता है, यह एक तरह का ट्रायल होता है जो लोन से काफी पहले किया जाता है।
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6G की तैयारी जल्दबाजी-
अभी देशभर में 5G पूरी तरह से नहीं आ सका है, कंपनियों ने 5G रोलआउट तो तैयार कर लिया है। लेकिन हर किसी को 5G नहीं मिल पा रहा है, इसलिए अभी यह कहना सही होगा कि 6G की तैयारी थोड़ी जल्दबाजी भी होगी। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मार्च महीने के दौरान ही यह बताया था कि 6G के लिए इंडिया के पास 127 पेटेंट हैं, जिससे भारत को तेजी से आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
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