भारत में कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम द्वारा जारी किए गए हालिया अलर्ट में Google Chrome के यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की गई है। आधिकारिक सरकारी सलाह ब्राउज़र के कुछ वेरिएंट में मौजूद महत्वपूर्ण कमजोरी पर प्रकाश डालते हैं, जो संभावित रूप से हैकर्स को आपके कंप्यूटर पर कंट्रोल लेने या उसे क्रैश करने की परमिशन दे सकता है।
बड़ा जोखिम-
साइबर सुरक्षा के खतरों से निपटने वाले सरकार द्वारा अनुमोदित संगठन CERT-In ने रिपोर्ट की गई कमजोरी एक बड़ा जोखिम माना है। इन कमजोरी में वेब की में हीप बफर ओवरफ्लो त्रुटि, कस्टम टैब्स, इनपुट, इंटेंट्स, पिक्चर इन पिक्चर और इंटरस्टल्स जैसे कॉम्पोनेंट्स साथ ही डाउनलोड और ऑटोफिल शामिल है।
कोड की मदद से हैक-
CERT-In नोट करता है कि Google Chrome में कमजोरी का फायदा उठाने के लिए हैकर्स सोशल मीडिया का सहारा ले सकते हैं। नए नोट में लिखा गया कि इन कमजोरी का इस्तेमाल कर हैकर्स आपके सिस्टम को हैक कोड की मदद से हैक कर उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं और उस पर अपना कंट्रोल रख सकते हैं।
सिक्योरिटी फ्लो का फायदा-
जिस बात ने स्थिति को और अधिक चिंताजनक बना दिया है वह यह है कि CVE-2023-4863 के रूप में पहचानी जाने वाली कमजोरी में से एक का पहले से ही हैकर्स के जाल में है। इसका मतलब है कि साइबर अपराधी यानी हैकर्स रूप से सिक्योरिटी फ्लॉ का फायदा उठा रहे हैं। इसलिए Google Chrome यूजर्स के लिए अपने सिस्टम की सुरक्षा के लिए तुरंत कार्यवाही करनी जरूरी है।
दुर्भावना पूर्ण वेबसाइट-
इन कमजोरीयों का फायदा उठाने के लिए हैकर यूजर्स को किसी दुर्भावना पूर्ण वेबसाइट पर जाने के लिए प्रेरित कर सकता है। यह कई साइबर हमले में एक आम रणनीति है। दुर्भावना पूर्ण लिंक पर क्लिक करने या समझौता की गई वेबसाइट पर जाने के लिए लोगों को लुभाते हैं। हालांकि जैसे की कोई यूजर उन वेबसाइट पर जाता है हैकर बोर्ड की मदद से उनके सिस्टम को हैक कर लेता है। वह आपके सिस्टम के सिक्योरिटी को हटा सकता है और उसे पर अपना कंट्रोल पा सकता है।
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पेज और समाधान वाले अपडेट-
CERT-In इस बात पर जोर देता है कि गूगल ने पहले इन सुरक्षा मुद्दों के लिए पेज और समाधान वाले अपडेट और सिक्योरिटी फिक्स जारी कर दिया है। प्रभावित सॉफ्टवेयर के लिए यह यूजर्स से अपने क्रोम ब्राउज़र को तुरंत अपडेट करने का आग्रह करता है। इसके अलावा साइबर सुरक्षा संगठन यूजर्स को भविष्य में इसी तरह के जोखिम को रोकने के लिए अपने ब्राउज़र और उन सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की सलाह देता है।
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