चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान से पहले ही आम आदमी को एक बड़ा झटका दे दिया। आम आदमी पार्टी ने रविवार को दावा किया कि चुनाव आयोग ने पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी गीत “जेल के जवाब में हम वोट देंगे”, पर यह कहते हुए रोक लगा दी, कि यह सत्ता रूढ़ी भारतीय जनता पार्टी और केंद्रीय जांच एजेंसियो की छवि खराब कर रहा है। आम आदमी पार्टी के इस दावे पर निर्वाचन आयोग ने अपनी प्रतिक्रिया अभी नहीं दी है।
पहली बार ऐसा हुआ है-
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता अतीशी का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब निर्वाचन आयोग ने किसी पार्टी के प्रचार गीत पर रोक लगाई है, इसके साथ उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग में बीजेपी का जिक्र कहीं नहीं है और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करता है। इसमें तथ्यात्मक वीडियो और घटनाएं शामिल हैं। दिल्ली सरकार की मंत्री अतिशी ने निर्वाचन आयोग पर भाजपा द्वारा किए गए चुनाव आचार संहिता उल्लंघनों पर कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाया गया है।
अतिशी ने कहा-
इसके साथ ही अतिशी ने कहा कि अगर भाजपा तानाशाही करे, तो ठीक। लेकिन अगर कोई इसके बारे में बात करें तो गलत। इससे पता चलता है कि लोकतंत्र खतरे में है, मैं निर्वाचन आयोग से भाजपा द्वारा किए गए उल्लंघन को लेकर कार्यवाही करने और विपक्षी दलों के प्रचार अभियानों पर रोक नहीं लगाने का आग्रह करती हूं। आप के 2 मिनट से ज्यादा के इस प्रचार गीत को पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने लिखा है और यह गीत गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में जारी किया गया था।
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संशोधन करने की सलाह-
दरअसल बात यह है कि चुनाव आयोग की मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी कमेटी ने आदमी पार्टी को अपने कैंपेन गीत के बोल में संशोधन करने की सलाह दी है। अब पार्टी के पास दो रास्ते हैं या तो वह अपने गीत में संशोधन करके, इसे दोबारा से आयोग के साथ परमिशन के लिए भेजें या फिर निगरानी कमेटी के स्पेशल को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास आवेदन को चुनौती दें, चुनौती देने की सूरत में सीईओ की अध्यक्षता में बनी राष्ट्रीय स्तरीय कमेटी इस पर जांच के बाद अपना निर्णय सुनाएगी।
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