Lok Sabha Election 2024: साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुत सी ऐसी जगह है, जहां पर बीजेपी को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बहुत सी जगह पर नेता भी बगावत पर उतर आए हैं। हरियाणा की दिल्ली से सटे फरीदाबाद सीट में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। फरीदाबाद से बीजेपी के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर हैं और बीजेपी के पूर्व विधायक सुभाष चौधरी ने उनके बजाय फरीदाबाद में कांग्रेस के उम्मीदवार महेंद्र प्रताप सिंह को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। अब दिलचस्प बात यह है कि सुभाष चौधरी को कृष्ण पाल गुर्जर बीजेपी में लेकर आए थे।
सुभाष चौधरी की बगावत का सामना-
लेकिन इस चुनाव में कृष्ण पाल गुर्जर को सुभाष चौधरी की बगावत का सामना करना पड़ रहा है। बीजेपी को हिसार की सीट पर भी मुश्किल आएगी। हिसार की सीट से टिकट मांग रहे कुलदीप बिश्नोई ने सोमवार को अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई। भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला के चुनाव प्रचार में भी अब तक दिखाई नहीं दिए हैं। हालांकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कुलदीप बिश्नोई को मनाने की कोशिश की है। हालांकि फरीदाबाद में वैसे भी कृष्षणपाल गुर्जर के खिलाफ आम लोगों में माहौल है, उन्हें लगता है कि सांसद की 10 साल की कोई उपलब्धि नहीं है उन्होंने बस जिले में बस लूट मचाई है।
कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे-
लेकिन रंजीत चौटाला के नामांकन में कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई दोनों ही शामिल नहीं हुए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस छोड़कर कुलदीप बिश्नोई बीजेपी में शामिल हुए। भाजपा ने भव्य बिश्नोई को आदमपुर से टिकट दिया और वह विधायक भी बने थे। बीजेपी जानती है कि हिसार सीट पर कड़ा चुनावी मुकाबला है। इसलिए वह वहां कुलदीप बिश्नोई को मनाने की पूरी कोशिश में लगी हुई है। बीजेपी ने कुलदीप को मनाने के लिए भव्य बिश्नोई को प्रदेश युवा मोर्चा का प्रभारी भी बनाया है।
रणजीत चौटाला को टिकट-
हिसार सीट से बीजेपी ने जाट समुदाय से आने वाले रणजीत चौटाला को टिकट दिया है। हरियाणा के राजनीतिक समीकरण की बात की जाए तो राजनीतिक दलों से मिले आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में जाट समाज की आबादी 22 प्रतिशत, ओबीसी की आबादी 30%, ब्राह्मण समुदाय 8%, दलित समुदाय 21%, पंजाबी 8%, वैश्य 5%, राजपूत 3.5%, मुस्लिम तीन प्रतिशत, शेष अन्य जातियों की आबादी है। लेकिन 22% की भागीदारी वाले जाट समुदाय को बीजेपी और कांग्रेस ने सिर्फ दो टिकट दिए हैं।
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हरियाणा की सभी 10 सिटें-
बीजेपी ने साल 2019 में हरियाणा की सभी 10 सिटें जीती थी। लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की कोशिश एक बार फिर से सभी सीटों को जीतने की है। लेकिन बीजेपी को यहां पर किसानों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश में बहुत सी जगह पर मतदान का बहिष्कार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में भी ग्रामीणों ने काम नही, तो वोट नहीं के नारे लगा दिए हैं। आगरा के गांव में लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है।
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