एसआऱएस सनफ्लैग अस्पताल के सैंकडों कर्मचारी आज हिन्द मजदूर सभा के बैनर तले डीसी ऑफिस सेक्टर 12 में एसआऱएस ग्रुप के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे। कर्मचारीयों का आरोप है कि एसआरएस ग्रुप ने उनकी तीन महीने की सैलरी नहीं दी है और बाउँसरों द्वारा उनपर अत्याचार करवाया जा रहा है। कर्मचारीयों का आरोप है कि एसआरएस ग्रुप अस्पताल में गैरकानूनी निर्माण करवा रहा है और उसने बिना किसी पूर्व जानकारी के हॉस्पिटल को बंद करवा दिया। जिसके बाद सब कर्मचारी बहार धूप में बैठने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों एसआरएस ग्रुप और उसके फाईनेंसरों द्वारा लोगों की गाढी कमाई की रकम खाने का मामला सामने आया था। अब मामला कर्मचारीयों को सैलरी ना देने और उनपर अत्याचार करवाने के रुप में सामने आया है। अस्पताल की महिला कर्मचारी माला ने बताया कि हमें बॉउसरों के पहरे में रखा गया है। बाउंसरों द्वारा हमारे साथ बत्तामीजी भी की जा रही है।
हिन्द मजदूर सभा के सनफ्लैग अस्पताल युनियन के प्रधान एसएस गौर और मनोज बंसल ने बताया कि सनफ्लैग अस्पताल भारद्वाज वैलफेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित है। एसआरएस ग्रुप ने अस्पताल पर कब्जे की मंशा से एक फर्जी कंपनी एसआरएस हेल्थकेयर एंड रिसर्च सेंटर लिमिटिड खडी कर दी। जिसका सीईओ औऱ मेडिकल डायरेक्टर फोकस डायग्नोस्टिक के मालिक डा. दीपक गुप्ता हैं। जिसने भारद्वाज वैलफेयर ट्रस्ट के साथ एक गैरकानूनी समझौता कर सनफ्लैग अस्पताल के कर्मचारीयों को तपती धूप में बहार बैठाकर उनका शारिरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहे हैं। ग्रुप ने अक्समात अस्पताल बंद कर दिया और उनकी तीन माह की सैलरी भी नहीं दी है। जिस कारण अब वो सडकों पर आ गए हैं। उन्होंने बताया कि एसआरएस वैल्यू बाजार के कर्मचारीयों का भी इसी तरह शोषण किया जा रहा है तथा श्रम कानून का पालन नहीं किया जा रहा।
एसएस गौर ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा भारद्वाज ट्रस्ट को सस्ती चिकित्सक सेवाओं के लिए सस्ती दरों पर जमीन दी गई थी। लेकिन अब एसआरएस हेल्थकेयर एंड रिसर्च सेंटर लिमिटिड गैर कानूनी तरीके से अस्पताल को हडपना चाहते हैं और इससे गाढी कमाई करना चाहते हैं। एसआएस ग्रुप द्वारा अस्पताल में बांउसरो को नियुक्त कर रखा है जो कर्मचारियों को डरा धमकाकर रखते हैं। गौर ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने लगभग 150 कर्मचारियों का मार्च माह का वेतन अबतक नहीं दिया है। अस्पताल ने श्रम विभाग में लिखकर दिया है कि अस्पताल की आर्थिक स्थिती ठीक नहीं चल रही है जबकि दूसरी और अस्पताल में हुडा और डीटीपी विभाग की अनुमति के बगैर तोडफोड चल रही है औऱ रिनोवेशन के नाम पर करोडों रुपयों का खर्च किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने लगभग 40-50 बॉउसर अस्पताल के अंदर बैठा रखे हैं और प्रबंधकों ने गैर कानूनी काम बंदी की घोषणा कर रखी है।
कर्मचारियों ने एसआरएस ग्रुप और जिला प्रशासन पर अनैतिक गठजोड होने का भी आरोप लगाया है। उनके अनुसार हुडा विभाग हरियाणा सरकार द्वारा सनफ्लैग अस्पताल के लिए भारद्वाज वैलफैयर ट्रस्ट को दी गई जमीन की लीज डीडी के मुताबिक इस अस्पताल को लीज पर, किराय पर और बेचा भी नहीं जा सकता। एसआरएस ग्रुप गैरकानूनी तरीके से अस्पताल पर कब्जा कर मोटी कमाई करने की फिराक में है।