बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एक निजी चैनल को दिए इंटरवियू में कहा कि उन्होंने रामलाल्ला के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक बलिदान दिया है और यदि आवश्यक हो, तो वह अपना जीवन बलिदान करेंगी।
उमा भारती ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जो उसे मामले में मार्गदर्शन करेगा, वह वैध होगा। उन्होंने कहा कि “मैंने अयोध्या की यात्रा के लिए माफी नहीं मांगी है, जिसके लिए मैंने मुख्यमंत्री की कुर्सी तक बलिदान किया है। अगर मुझे जरूरत है, तो मैं रामलला के लिए अपना जीवन बलिदान करूंगी।