अभी हरियाणा में रोडवेज बस चालकों ने अपनी हडताल वापस ही लिया था कि अब तपती गर्मी के इस मौसम में बिजली कर्मचारियों के हडताल का डर सताने लगा है। सातवें वेतन आयोग लागू करने और समान कार्य समान वेतन देने की मांग को लेकर बिजली कर्मचारियों ने सेक्टर 15 बिजली सर्कल कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया।
बिजली कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि 15 मई तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वो 16 मई को चंडीगढ़ में प्रदेशभर के बिजली कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे और जरुरत पडी तो हडताल भी करेंगे। बिजली कर्मचारियों की प्रदर्शन और हडताल की इस चेतावनी के बाद सरकार सकते में आ गई है। ऐसे में अगर कहीं लाईन में फाल्ट हो जाता है तो उसे ठीक करने के लिए बिजली विभाग के पास कोई कर्मचारी न होगा। सोमवार को फरीदाबाद सहित आसपास के क्षेत्रों में तापमान 44 डिग्री के पार रहा। ऐसे में अगर बिजली कर्मचारी हडताल पर चले गए तो गर्मी से बेहाल लोगों का जीना मुहाल होना तय है।
सर्वकर्मचारी संघ के नेता सुभाष लांबा ने कहा कि आज सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के कर्मचारियों ने प्रदेशभर में अपनी मांगो को लेकर धरने प्रदर्शन किये हैं, उन्होंने बताया की आज सातवें वेतन आयोग को तमाम सरकारी विभागों में लागू कर दिया गया है लेकिन दिन-रात मेहनत करने वाले बिजली कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया जा रहा।
इसके साथ बिजली संसोधन एक्ट में भी बदलाव किया जा रहा है। जो कर्मचारियों के हित में नहीं है। लांबा ने कहा कि 12000 कर्मचारी बिजली लाइनों पर काम कर रहे हैं। जिनमें से 200 कर्मचारीयों की मौत हो चुकी है। उनकी मांग है कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए और उन्हें सामान कार्य- समान वेतन दिया जाए। उन्होंने कहा की जहाँ लाइन लॉस जायदा है वहां बिजली के कट मारने के आदेश दिए गए हैं जिसका वह विरोध करते है। उन्होंने कहा की सरकार को चाहिए की 80 % ईमानदार उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करने वालो के एवज में दंड न दिया जाए और इस आदेश को वापिस लिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 15 मई तक उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह चंडीगढ़ में सभी प्रदेश के कर्मचारियों के साथ धरना प्रदर्शन करेंगे।