बारिश के मौसम ने फरीदाबाद के लोगों को गर्मी से तो राहत दी है लेकिन नगर निगम और पीडब्लूयडी विभाग की लापरवाही से उन्हें जाम का झाम भी झेलना पड रहा है। दरअसल पीड्ब्लूडी विभाग ने फरीदाबाद के सेक्टर एरिया को एनआईटी और इंडस्ट्रीयल एरिया से जोडने वाले बाटा पुल की मरम्मत का काम छेड दिया है। मानसून के इस मौसम में नगर निगम की उदासीनता के चलते एक तरफ जहां सडकों पर पानी भरा रहता है वहीं दूसरी तरफ पुल का मरम्मत कार्य शुरु हो जाने से लोगों को दोतरफा परेशानी का सामना करना पड रहा है। मरम्मत कार्यों के चलते पुल को वन वे कर दिया गया है जिस कारण लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पडता है। हालांकि पुलिस ने कईं रुटों को डायवर्ट किया है मगर वाहनों की कतार हटने का नाम नहीं ले रही।
वहीं बाटा पुल की एक साईड बंद हो जाने का भार नीलम पुल पर पडा है। क्योंकी ये ही दो पुल हैं जो मुख्य रुप से फरीदाबाद को उसके एनआईटी एरिया से जोडते हैं। विभाग की मानें तो पुल की मरम्मत में उसे दो महीने से अधिक समय लग जाएगा। ऐसे में लोगों को जल्दी राहत मिलने का आसार नहीं दिख रहा। हालांकि फरीदाबाद के उपायुक्त समीरपाल सरों ने लोगों की समस्या को देखते हुए बाटा पुल के मरम्मत कार्य को मानसून के बाद पूरे करने के आदेश दिए हैं।
रोड सेफ्टी अधिकारी सरदार देवेंद्र ने बताया कि पुल की मरम्मत करने के लिए पीडब्लूयडी ने किसी इंजीनियर की नियुक्ती नहीं की है। विभाग ने इतने बडे पुल की मरम्मत का कार्य एक ठेकेदार को दिया है। जो अकुशल लेबरों से पुल की मरम्मत के नाम पर खानापूर्ती करवा रहा है।
स्थानीय व्यापारी सुनील जटवानी ने कहा कि पुल को अभी मरम्मत की कोई जरुरत नहीं है। मरम्मत कार्य छेडकर पैसों की बर्बादी और लोगों को परेशान किया जा रहा है। जिस कारण घंटों जाम में फंसे रहना पडता है।
नगर निगम की लापरवाही का तो ये आलम है कि निगम ने जलभराव की समस्या से बचने के लिए सीवर और नालों की सफाई की शुरुआत भी अभी तक नहीं कराई है। जिसके कारण एक- दो बरसातों में ही राष्टीय राजमार्ग दो के मुख्य चौराहों सहित अंदरुनी सडकें पानी से लबालब हैं। नगर निगम आयुक्त सोनल गोयल का कहना है कि निगम ने बारिश से बचने की पूरी तैयारी कर रखी है। सडकों पर जहां पानी भर रहा है उसे तुरंत निकलवाया जा रहा है ताकी ट्रैफिक की कोई समस्या न हो।