इससे ज्यादा सम्मान की बात क्या होगी की एक गाँव हमारे देश की बेटी के नाम से जाना जाता है। जी हाँ कॉमनवेल्थ खेलों की गोल्ड मेडलिस्ट गीता फौगाट के गाँव जाने के मार्ग पर एक बड़े स्तम्भ पर आपको लिखा मिल जाएगा फौगाट के गाँव बलाली में आपका स्वागत है। इसी के साथ उस स्तम्भ पर फौगाट बहनों का नाम भी लिखा है। गीता ने हाल ही में अपने घर की भी कुछ तस्वीरें साँझा की है जिनसे हम आपको रू-ब-रू करवाने जा रहे हैं।
गीता की एक फोटो में उनके घर का डाइनिंग हाल दिख रहा है, एक में बेडरूम तो कुछ फोटोज उनके घर में बने जिम की हैं। गीता ने एक फोटो में अपने मैडल पकडे हुए है,और दूसरी और उनके जीते हुए द्रोणाचार्य व अन्य मुख्य पुरस्कारों की फोटो है। उन्होंने एक प्रोफेशनल रेसलिंग हॉल भी बनवाया हुआ है जिसमें रेसलिंग मैट बिछाया गया है और एक अत्याधुनिक जिम बनाई गई है। जहां बच्चे रेसलिंग करने आते हैं। गीता और बबीता भी इसी शैड्यूल में प्रैक्टिस करती थी। हॉल में सीसीटीवी भी लगाया गया है।
गांव में जहाँ पहले उन्हें इस दृष्टि से देखा जाता था की लड़की होकर लडकों के साथ खेलती है वहीं अब उन्हें बेहद सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, वे किसी रोल मॉडल से कम नहीं हैं।