मध्य प्रदेश से एक ऐसी वीडियो सामने आई है जो रुढ़ीवादी कुरीतियों का उदाहरण पेश करती है।पूरा मामला मध्य प्रदेश के सतपुड़ा का है। जहां सतपुड़ा के बीहड़ों में आज भी कई ऐसी कुरीतियां मौजूद हैं जो डिजिटल इंडिया में आदिम युग की याद दिलाती हैं। बैतूल जिले का “भोंडाई” ऐसा ही एक आयोजन है। जहां इस आयोजन में रज्झड समुदाय के लोग अपनी मन्नतें पूरी होने पर काँटों की सेज पर लोटकर अपने आराध्य को खुश करते हैं।
वीडियों में दिख रहा है कि किस तरह गांव के लोग कांटो की सेज बनाते नजर आ रहे है। जिसके बाद दो आदमी कांटो की सेज पर लेटते दिख रहे है। इन्हे देखकर ऐसा लग रहा है मानो कांटो की सेज कोई नर्म मुलायम गद्दा हो।
https://www.youtube.com/watch?v=Uxav2-aOhtE