उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कर्नाटक के सीएम सिद्घारमैया के बीच ट्विटर वार छिड़ा हुआ है। दोनों मुख्यमंत्री एक दूसरे पर वार करते हुए नजर आए हैं। पहले सिद्धारमैया यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए ट्वीट कर कर्नाटक में आने पर उनका स्वागत किया। इसके साथ-साथ सिद्धारमैया ने कहा कि यहां से आपको सीखने को मिलेगा। इसके बाद सीएम योगी ने भी सिद्धारमैया को टैग करते हुए उनके ही लहजे में रिप्लाई किया है।
सबसे पहले सिद्धारमैया के ट्वीट की बात कर लेते हैं। सिद्धारमैया ने सीएम योगी का टैग करते हुए अपने ट्वीट के जरिए तंज कसते हुए कहा कि योगी जी, आपका हमारे राज्य में स्वागत है। यहां आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। आज जब यहां आए हैं तो इंदिरा कैंटिन और राशन की दुकान पर जाए। इससे आपको यूपी में भूख से हो रही मौतों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
I welcome UP CM Shri @myogiadityanath to our state. There is a lot you can learn from us Sir. When you are here please visit a Indira Canteen & a ration shop. It will help you address the starvation deaths sometimes reported from your state. #YogiInBengaluru https://t.co/lj0m4fMphC
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) January 7, 2018
ऐसे में ट्वीट पर भला योगी आदित्यनाथ कहा चुप रहने वाले। उन्होंने भी सिद्धारमैया के ही लहजे में जवाब दिया. सीएम योगी ने पहले उनका धन्यवाद किया और फिर कहा मैंने भी कर्नाटक में किसानों की मौतों के बारे में सुना है जो आपके कार्यकाल में सबसे ज्यादा रही है। ईमानदार अधिकारियों की मौत और ट्रांसफर के बारे में भी सुना है। सीएम योगी ने अंत में कहा कि यूपी का सीएम होने के नाते मैं अनैतिक कामों और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए काम कर रहा हूं।
Thank you for the welcome @siddaramaiah ji. I heard number of farmers committing suicide in Karnataka was highest in your regime, not to mention the numerous deaths and transfer of honest officers. As UP CM I am working to undo the misery and lawlessness unleashed by your allies.
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 7, 2018
आपको बता दें कि ट्विटर वार उसके बाद शुरू हुआ जब योगी आदित्यनाथ एक कार्यक्रम के सिलसिले में बेंगलुरु गए थे। यहां सीएम योगी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। जिसमें उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार की विभाजनकारी राजनीति और विकास विरोधी नीतियों की वजह से राज्य पांच वर्ष पीछे चला गया। इसके साथ-साथ योगी ने कांग्रेस को देश के लिए एक समस्या करार दिया।