भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला वनडे शुरू गुरूवार को खेला जाना है। यह वन डे सीरीज छह मैचों की होगी। इससे पहले ही टेस्ट सीरीज में भारत 2-1 से हार चुका है। टेस्ट सीरीज हारने के बाद टीम इंडिया की काफी आलोचना हुई थी। लेकिन तीसरे टेस्ट में शानदार परफॉरमेंस दिखाते हुए टीम इंडिया ने जीत हासिल कर अपना आत्मविश्वास वापस हासिल कर लिया। लेकिन वनडे का मुकाबला अलग तरह से होने वाला है। इस समय टीम इंडिया की गेंदबाजी अब तक सर्वश्रेष्ठ मानी जा रही है। वहीं दक्षिण अफ्रीकी टीम अपनी बल्लेबाजी को लेकर जरूर चिंतित होगी खासतौर पर एबी डिविलियर्स के वनडे सीरीज में डरबन में शुरूआती मुकाबले से पहले अब तक भारत का पिछली कुछ सीरीज के पहले मुकाबले में क्या हाल रहा यह काफी दिलचस्प कहानी है। आइए, जानते हैं कि क्या हाल हुआ था टीम इंडिया का पिछली सीरीजों के पहले मैच में और क्या रहीं थीं उन मैचों की खास बातें।
साल 2001 में पांच अक्टूबर को सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने तीन देशों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में मैच खेला था। इसमें दक्षिण अफ्रीकी कप्तान शॉन पोलाक ने जीता और भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। इस मैच में भारत ने शानदार शुरुआत कर दोनों सलामी बल्लेबाज सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर ने शतक बनाए थे। दोनो के बीच 36वें ओवर तक रिकॉर्ड 193 रन की साझेदारी हुई थी। हालांकि इसके बाद भारत की ओर से कोई बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना सका और भारत पांच विकेट के नुकसान पर पचास ओवर में 279 रन ही बना सका। लेकिन इसके जवाब में गैरी कर्स्टन ने एक छोर संभालते हुए 133 रन की अविजित पारी खेली जबकि दूसरे छोर से बल्लेबाजों ने तीजी से रन बनाए जिसमें हर्षल गिब्स के 45 गेंदों पर 48 रन जैक कालिस के 39 रन शामिल थे। दक्षिण अफ्रीका यह मैच 10 गेंद रहते हैं छह विकेट से जीत गया था।
रिकॉर्ड 157 रन की हार
2006 में पांच मैचों की वनडे सीरीज में 19 नवंबर को जोहानिसबर्ग में होने वाला पहला मैच बारिश की वजह से बिना एक गेंद फेंके ही रद्द कर दिया गया। जबकि डरबन में हुए दूसरे मैच में अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी को चुना। शुरूआती झटकों से उबर कर जैक कालिस के शानदार 119 रन की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने निर्धारित 50 ओवर में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट के नुकसान पर 248 रन बनाए। एबी डिविलियर्स ने 41 रनों की पारी खेली। भारत की ओर से हरभजन सिंह ने चार विकेट लिए। भारतीय टीम की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन टीम इंडिया उससे कभी उबर नहीं पाई और पूरी टीम 30 ओवर से पहले ही केवल 91 रन बना कर आउट हो गई। इसमें सबसे ज्यादा रन सचिन तेंदुलकर के 35 रन इसके बाद कप्तान राहुल द्रविड़ के 18 रन रहे। एम एस धोनी ने 14 रन बनाए। बाकी पूरी टीम दहाई के आंकड़े को छू भी न सकी और रिकॉर्ड 157 रन से हार गई। जैक कालिस मैन ऑफ दे मैच रहे और भारत 4-0 से यह सीरीज हार गया था।
1541 रन से जीता दक्षिण अफ्रीका
2013 में पांच दिसंबर को जोहानिसबर्ग में भारत ने इस बार टॉस जीत कर पहले क्षेत्ररक्षण चुना। दक्षिण अफ्रीका ने क्विंटन डि कॉक के शानदार 135 रन की पारी, कप्तान एबी डिविलियर्स की 77 रन, हाशिम आमला के 65 रन, और जे पी डुमिनी के 59 रन की मदद से 358 रनों का पहाड़ खड़ा किया। टीम इंडिया इस दवाब को सह न सकी और लंबी साझेदारी के अभाव में पूरी टीम 41 ओवर में 217 रन पर ही आउट हो गई। भारत की ओर से कप्तान एमएस धोनी ने 65 रन बनाए। इस तरह से भारत यह मैच 141 रन से हार गया। क्विंटन डी कॉक मैन ऑफ द मैच रहे।
हालात काफी अलग हैं इस बार
इस तरह से अब तक हुए दक्षिण अफ्रीका में सभी पहले मैच भारत हारा है लेकिन इस बार बहुत बड़ा फर्क यह है कि टीम इंडिया की गेंदबाजी सबसे शानदार है। टेस्ट सीरीज में भी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज पानी भरते नजर आए हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीम इंडिया पहले वनडे की हार का सिलसिला तोड़ पाएगी।