अजय चौधरी
सूरजकुंड। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाना वाले 32 वें अतराष्टीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले पर इस बार जीएसटी का असर देखने को मिल रहा है। इस बार मेले की टिकटों पर जीएसटी की मार पड़ी है। टिकटों की दरों में 18% तक की बढ़ोतरी की गई है।
जो टिकट पिछले वर्ष सामान्य दिनों में 100 और सप्ताहांत पर 150 रुपये थी वो इस बार जीएसटी लग जाने से क्रमश: 120 और 180 रुपये तक पहुंच गई है। वहीं पिछले वर्ष से सूरजकुंड मेला प्राधिकरण ने पिछले वर्ष से अपनी वेबसाइट पर टिकटों की ऑनलाइन बिक्री बंद कर दी है। इस काम का ठेका प्राइवेट कंपनी “बुक माय शो” को दिया गया है। कंपनी टिकट बुक करने के नाम पर इंटरनेट हैंडलिंग और बुकिंग फीस के नाम पर दो से तीन रुपये अधिक ले रही है। जिसपर भी जीएसटी लगाकर आपको टिकट 123 और 185 रुपये में ही मिल पाएगा। हालांकि हर बार की तरह इस बार भी मेले में ससरकारी स्कूलों के छात्रों को का प्रवेश निशुल्क रहेगा वहीं प्राइवेट स्कूल के छात्रों को 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
वहीं हर बार की मांग को देखते हुए इस बार मेला का समय भी बढ़ा दिया गया है। अब तक सूरजकुंड मेला एक से 15 फरवरी को लगता रहा है लेकिन इस बार मेला दो से 18 फरवरी तक चलेगा। मेले का शुभारंभ शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर करेगें।
ये हैं कार्यक्रम
मेले में टर्की,मोरक्को,थाईलेंड, सीरिया, श्रीलंका, तंजानिया, नीगर,नेपाल, इजिप्ट, दक्षिणअफ्रीका, अफगानिस्तान, न्यूजीलेंड, मालदीव,मॉरीसस, यूगांडा, युक्रेन, बांगलादेश, भूटान, तुर्कमेनिस्तान,उजबेकिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, लेबनान, कीनिया,तनीषिया, मेडागासकर, रसिया तथा क्रिरगिस गणतंत्र के अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकारों द्वारा पर्यटकों के मनोरंजन के लिए प्रस्तुतियां दी जाएंगी। उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र एवं अन्य क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों द्वारा दिन भर विभिन्न प्रकार के नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। जिसमें पंजाब पुलिस समूह द्वारा भांगडा व गिद्दा, हरियाणवी डांस, काला जादू, कच्ची घोडी, बीन पार्टी व बंचारा नगाडा पार्टी आदि शामिल रहेंगी। इसी प्रकार शाम को भी विशेष नृत्य व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित होंगी। मशहूर कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा व अन्य कवियों द्वारा हास्य कवि सम्मेलन, मशहूर भोजपुरी गायिका मालिनी अवस्थी, सुजात हुसैन खान, वाव वुमनिया फोकलोर्स बैंड, संजू प्रसाद द्वारा सूफी कव्वाली व गीत, गायिका डा रिंकू कालिया व पद्मजीत सहरावत द्वारा सजदा, अलीशा दीप गर्ग और सन्नी सिसोदिया द्वारा कथक, पंजाबी गायक शंकर साहनी, निजामी ब्रदर्श के सूफियाना गीतों का लुत्फ भी शाम को चौपाल पर मेला दर्शकों को मिलेगा। पर्यटक साढे 42 एकड पर फैले मेला परिसर में बने 1071 स्टॉलों पर शिल्पकारों और 36फूड स्टॉलों की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। इस वर्ष थीम स्टेट उत्तर प्रदेश और पार्टनर देश किरगिस रिपब्लिक सहित होटल प्रबंधन संस्थान फरीदाबाद व पानीपत के स्टॉल पर स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के एक एक परिवार मेला परिसर में बने अपना घर में संबंधित राज्यों का रहन सहन दर्शाएंगे। यह मेला दो से 18 फरवरी सुबह साढे 10 से रात्रि साढे आठ बजे तक प्रतिदिन खुला रहेगा।
सूरजकुंड का इतिहास
10वीं शताब्दी में तोमर वंश के राजा सूरजपाल द्वारा बनाए गए कुंड पर सूरजकुंड नाम पडा है। यह कुंड सूर्यदेवता की आराधना को दर्शाता है। इस ऐतिहासिक सूरजकुंड पर आयोजित होने वाला मेला भारतीय संस्कृति की समृद्धि एवं विभिन्नता को दर्शाता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा इस कुंड पर आने वाले पर्यटकों का आवागमन एवं स्वच्छता की देखरेख की जाती है।
कैसे पहुंचें सूरजकुंड
आईएसबीटी दिल्ली, शिवाजी स्टेडियम, गुरूग्राम और फरीदाबाद से मेला दिनों में फ्री बस सेवा उपलब्ध रहेगी। हरियाणा के अन्य क्षेत्रों से भी मेला एक्सप्रेस बसें उपलब्ध रहेंगी। बल्लभगढ से तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन वाया सूरजकुंड और तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन से बल्लभगढ वाया सूरजकुंड, बदरपुर मेट्रो स्टेशन से सूरजकुंड 30-30 मिनट के अंतराल पर बसें उपलब्ध रहेंगी। केंद्रीय सचिवालय से बदरपुर वाया सरिता विहार एवं मोहन एस्टेट मेट्रो सर्विस उपलब्ध होगी। फरीदाबाद और दिल्ली के बीच बदरपुर मेला का नजदीकी केंद्र है। मेला परिसर से नजदीकी दिल्ली मेट्रो स्टेशनों व फरीदाबाद से मुफ्त बस सेवा उपलब्ध रहेगी