उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आशियाना इलाके में शनिवार को पुलिस ने 3 दिनों से खौफ का सबब बन रहे तेंदुए को गोली मार दी। उसने आज थानाध्यक्ष आशियाना त्रिलोकी सिंह तीन लोगों पर हमला बोला था। इसके बाद थानाध्यक्ष त्रिलोकी सिंह ने उसके ऊपर फायर झोंक दिया। गोली लगने से घायल तेंदुआ एक घर में घुस गया। तेंदुआ ने जाल को दांतों से काटा, फिर बाहर निकला।
तेंदुआ एक घर में छिपकर बैठा था। तभी उसने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। पुलिस टीम ने अपने बचाव में उसपर फायर झोंक दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।घर के किचन में छुपकर बैठे तेंदुआ का काफी खून बह गया। इसके बाद गंभीर रूप से घायल तेंदुआ को वन विभाग की टीम ने वहां से निकाला। इस दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उनको लखनऊ के प्राणि उद्यान लाया गया है।
बता दें कि शनिवार को लोगों ने तेंदुए को इलाके में घूमते देखा तो वन विभाग की टीम को खबर दी, लेकिन टीम ने ध्यान नहीं दिया। टीम ने कहा कि बिना पीएसी के ऑपरेशन संभव नहीं है। खबर पाकर जब पत्रकार मौके पर पहुंचे तो रेस्क्यू टीम और पुलिस एक्शन में आई। लेकिन गुस्साई जनता ने रेस्क्यू टीम और पुलिस के साथ-साथ पत्रकारों पर भी पथराव कर दिया, जिसमें कई लोगों को चोट आई।
वहीं इस बीच तेंदुआ जाल फाड़कर करीब 500 मीटर दूर कॉलोनी निवासी शरीफ खान के घर में जा घुसा। शरीफ खान के मकान की रसोई में दुबके तेंदुए को पकड़ने के लिए आशियाना इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह सिपाहियों के साथ पहुंचे। तेंदुए ने उन पर भी हमला कर दिया। तेंदुआ जब काबू में नहीं आया तो इंस्पेक्टर ने 3 राउंड फायरिंग की, जिसमें से 2 गोलियां तेंदुए को जा लगी और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।