आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने ‘भूत’ का बहाना बनाते हुए सरकारी आवास खाली कर दिया है। तेज का कहना है कि उन्होंने पिछले हफ्ते ही सरकारी आवास छोड़ दिया है क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उनके बंगले में भूत छोड़ दिए हैं। तेज प्रताप का यह बंगला नंबर 3, देशरत्न मार्ग पर स्थित है। उन्हें यह बंगला राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बनने की वजह से आवंटित किया गया था।
तेज प्रताप के इस बयान पर जदयू ने पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें क्या जरूरत है नरपिशाचों के ऊपर भूत-पिशाच छोड़ने की। बड़ी मुश्किल से तो सबको इतने बड़े भूत से पीछा छूटा है। अब वापस भूत के पास रहना नहीं चाहते हैं। गौरतलब है कि तेज प्रताप पूजा-पाठ और धार्मिक कर्मकांडों में विश्वास रखने वाले माने जाते हैं। आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव धार्मिक कामकाज में अधिक विश्वास रखते हैं। उनका शिव और कृष्ण अवतार देखा जा चुका है। उन्होंने पिछले साल परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में जांच शुरु होने के बाद अपने आवास पर ‘दुश्मन मारन जाप’ करवाया था।
तेज प्रताप को पिछले साल जुलाई में बंगला खाली करने को कहा था, ताकि उसे किसी दूसरे मंत्री को आवंटित किया जा सके। इसके बावजूद वह अब तक इसी बंगले में रह रहे थे। राज्य सरकार द्वारा बंगला खाली करने के आग्रह पर पूर्व मंत्री ने कहा, ‘क्या वे सरकार हैं? जनता असली सरकार होती है। उन्होंने कहा कि मेरे पास पहले से बंगला है और मुझे सरकारी भीख की जरूरत नहीं है। वहीं इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि तेज प्रताप को बंगला खाली करने का दूसरा नोटिस मिल चुका था जिसके बाद उन्होंने बंगला खाली करने का फैसला किया। पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में आए नोटिस में 15 गुना किराया वसूले जाने की चेतावनी दी गई थी।