बीसीसीआई के तरफ बुधवार को खिलाड़ियों के साथ नये कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम का ऐलान कर दिया गया। इस बार एक नई कैटगरी A प्लस लागू की गई है। इस कैटगरी में मौजूद खिलाड़ियो की फीस सबसे ज्यादा होगी। टॉप श्रेणी की इस कैटगरी में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और ऑफ स्पिनर गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को जगह नहीं दी गई है। जिसे लेकर सभी हैरान है। नई ग्रेड ए+ श्रेणी में कप्तान विराट कोहली सहित केवल पांच खिलाड़ी हैं। जिसमें तीन बल्लेबाज कोहली, रोहित शर्मा और शिखर धवन और दो तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं। इस कैटेगरी के खिलाड़ियों का सालाना अनुबंध सात करोड़ रुपये का होगा।
धोनी और अश्विन को ग्रेड ए श्रेणी में रखा गया है जिसमें उनका सालाना अनुबंध पांच करोड़ रुपये का होगा। इस श्रेणी में इनके अलावा रविंद्र जडेजा, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और ऋद्धिमान साहा शामिल हैं। वहीं, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी ने घरेलू हिंसा और अफेयर के आरोप लगाए हैं जिस वजह से उनका नाम रोक दिया गया है। युवराज सिंह और युवा ऋषभ पंत को सूची से हटा दिया गया है जबकि सुरेश रैना की इसमें वापसी हुई है।
धोनी को टॉप कैटेगरी में नहीं रखने के बारे में पूछे जाने पर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि चयनकर्ताओं ने यह बहुत आसान तरीका अपनाया है। अधिक मैच खेलो और अधिक वेतन पाओ। जिन पांच क्रिकेटरों को टॉप कैटेगरी में रखा गया है वो अभी तीनों format में खेल रहे हैं इसलिए वो ज्यादा वेतन पाने के हकदार हैं।