किसी जगह का आपको रोजाना आठ लाख रुपये किराया देना पडे बावजूद उसके आपको मच्छर काठे तो आपको कैसा लगेगा। ऐसा ही कुछ हुआ दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुए कांग्रेस के महाधिवेशन में। देश भर से अधिवेशन में शामिल होने आए कांग्रेसी कार्यकर्ता स्टेडियम में मच्छरों से लडते नजर आए। कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी भी मच्छरों के सामने मजबूर दिखी और शॉल ओढ़ मच्छरों से अपनी जान बचाई।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कई बार शिकायत के बावजूद भी संबंद्ध अधिकारी मच्छरों पर काबू नहीं पा सके। शनिवार को पार्टी के नेता और डिलिगेट्स मच्छरों को भगाने में जुटे रहे। कांग्रेस नेताओं ने अधिकारियों से कह कर पहले शनिवार रात को फिर रविवार सुबह को फॉगिंग करवाई। लेकिन मच्छर भागने का नाम ही नहीं ले रहे थे। रविवार को महाधिवेशन की की कार्यवाही के दौरान सोनिया गांधी को मच्छरों से जूझते देखा गया। इसे लेकर वह परेशान भी दिखीं।
बता दें कि कांग्रेस ने अपने दो दिवसीय महाधिवेशन के जरिये आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसते हुए जहां समान विचारों वाली पार्टियों से व्यावहारिक गठबंधन करने, संगठन में व्यापक बदलाव करने तथा युवाओं एवं किसानों को लुभाने के लिए तमाम कदम उठाने की प्रतिबद्धता जतायी, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा एवं आरएसएस पर हमला बोलते हुए दावा किया कि युवाओं सहित देश के लोगों का ‘मोदी माया’ से मोहभंग हो रहा है क्योंकि उनकी सरकार ‘पूंजीपतियों के साथ सांठगांठ कर रही है’। महाधिवेशन के समापन भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति का शंखनाद करते हुए पार्टी में क्षमतावान युवाओं के लिए पर्याप्त स्पेस बनाने, ‘खून पसीना’ बहाने वाले ’कार्यकताओं एवं नेताओं के बीच दीवार गिराने तथा ‘पैराशूट वाले प्रत्याशियों’ की संस्कृति को तिलांजलि देने की प्रतिबद्धता जतायी।