मंगलवार को आयोजित हुए कार्यक्रम गूगल फॉर इंडिया में गूगल इंडिया के वाईस प्रेसिडेंट रंजन आनंदन ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत में ऑनलाईन वीडियो का कारोबार फलफूल रहा है। ये बाकी माध्यमों के मुकाबले बेहद तेजी से आगे बढ रहा है।
इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों में 45 प्रतिशत महिलाएं-
कोई भी चीज चाहे वो खबर हो या कुछ अन्य जानकारी यूजर अब उसे वीडियो के फोर्मेट में देखना पसंद कर रहे हैं। गूगल के अनुसार अन्य माध्यमों के मुकाबले भारत में मोबाईल यूजरों की संख्या सबसे अधिक हैं और 75 प्रतिशत मोबाईल ट्रैफिक ऑनलाईन वीडियो से आ रहा है। आगे इसके और तेजी से बढने की संभावना नजर आ रही है। खास बात ये भी है कि इंटरनेट यूज करने वालो में 45 प्रतिशत महिलाएं हैं और मेट्रो शहरों में ही नहीं ग्रामीण भारत में भी ये संख्या तेजी से बढ़ रही है।
यूट्यूब के 245 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर-
गूगल के मुताबिक यूट्यूब के 245 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर हैं। जिससे साफ है कि वीडियो की मांग तेजी से बढ रही है और इसे देखने वाले लोगों की संख्या भी। गूगल भी वीडियोज पर विशेष ध्यान दे रहा है इसलिए अब वो पंरपरागत बैनर एड के अलावा यूजर को वीडियो एड अधिक मात्रा में दिखाएगा।
160 मिलयन यूजर कर रहे ऑनलाईन ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल-
ऑनलाईन ट्रांजेक्शन की बात करें तो इसके यूजर भी तेजी से बढ रहे हैं। गूगल के मुताबिक 160 मिलयन यूजर आज ऑनलाईन ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन यूजरों के बढने का ही कारण है कि गूगल ने अपनी ट्रांजेक्शन एप्लीकेशन “तेज” का नाम बदलकर “गूगल पे” कर दिया है।
2014 के मुकाबले बढ़ी स्मार्टफोन की कैपेसिटी-
वीडियो के यूजर बढने के पीछे सस्ते डाटा को तो कारण माना ही जाता है बल्कि स्मार्टफोन की बढती कैपेसिटी को भी इसका कारण माना जा रहा है। गूगल के अनुसार आज 80 प्रतिशत स्मार्टफोन 16 जीबी मेमोरी से अधिक वाले हैं। जबकी 2014 में ये संख्या 42 प्रतिशत से कम थी। वही ग्राामीण क्षेत्रों में भी इंटरनेट के यूजरों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है जिस कारण वॉइस सर्च में 270 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है।
भारतीय भाषाओं के यूजरों की संख्या में जबरदस्त इजाफा-
भारतीय भाषाओं के यूजरों की संख्या में इजाफा हुआ है। अगले दो सालों में ये संख्या 500 मिलयन से पार जाने वाली है। खास बात ये है कि 95 प्रतिशत वीडियो भारतीय भाषाओं में देखी जा रही है। जिससे साफ है आने वाला समय अंग्रेजी का बिल्कुल नहीं है। खासकर भारत की इंटरनेट की दुनिया में।
इंटरनेट का उपयोग स्किल डवलेपमेंट में कर रही ग्रामीण महिलाएं-
गुगल ने कहा कि भारत में महिलाओं के डिजिटल इंडिया को बढावा देने के लिए हमने 50 हजार इंटरनेट साथी बनाए हैं। जो 200 से अधिक गांवो में 20 मिलयन से अधिक महिलाओं को फायदा पहुंचा रहे हैं और उन्हें इंटरनेट का प्रयोग करना सिखा रहे हैं। ये बहुत ही अद्भुद है कि इनमें से आधी महिलाएं इंटरनेट का उपयोग नई चीजें सीखने में कर रही हैं और उसके जरिए अपनी स्किल डवलपमेंट कर रही हैं।
50 से ज्यादा भाषाओं मेंं जीबोर्ड-
गूगल ने बताया कि उसने भारतीय भाषाओं में लोगों को वेब की उपलब्धता बढाने पर काम किया है। उसने 50 से ज्यादा भारतीय भाषाओं को जीबोर्ड पर उपलब्ध करवाया है। इनमें से आठ पॉपुलर भारतीय भाषाओं में वाईस इनपुट की सुविधा उपलब्ध है।
भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करने वाले एडवरटाईजिंग टूल-
गूगल ने कहा कि हमने ऐसा एडवरटाईजिंग टूल बनाया है जो भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है। इंडिया का कंटेट इको सिस्टम लगातार बढ रहा है। हम अभी हिंदी, बंगाली, तमिल और तेलगु जैसी भारतीय भाषाओं में एड्स सपोर्ट करने का काम कर रहे हैं। दो लाख 60 हजार स्माल बिजनेस और इंडिजुजल की हमने मदद की है। डवलपर और स्टार्टअप की मदद की है। इन्होंने हमारे डिजीटल अनलॉक प्रोग्राम का फायदा उठाया है।सोलव फॉर इंडिया इसका बडा उदाहरण हैं।
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