भारतीय जनता पार्टी के नेता सूरज पाल अमू जो बॉलीवुड फिल्म ‘पद्मावत’ के रिलीज से पहले विवादित बयान देने से चर्चा मे थे, वो भाजपा में वापस आ गए हैं। उन्होने अभिनेता दीपिका पादुकोण और फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली का सिर काटने के लिए 10 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। अमू ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि “यह मेरे घर वापस आने की तरह है।”
आपको बता दें कि राज्य भाजपा अध्यक्ष सुभाष बरला ने फ़िल्म पद्मवत के विरोध के दौरान विवादास्पद टिप्पणी के लिए उन्हें एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद नवंबर 2017 में हरियाणा मे पार्टी के प्रमुख मीडिया अधिकारी के पद से अमू को इस्तिफा देना पड़ा था। फिल्म की रिलीज से पहले शांति का उल्लंघन करने के आरोप में गुरुग्राम पुलिस ने उन्हें जमानत पर गिरफ्तार भी कर लिया था।
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भारतीय जनता पार्टी के नेता सूरज पाल अमू जो बॉलीवुड फिल्म ‘पद्मावत’ के रिलीज से पहले विवादित बयान देने से चर्चा मे थे, वो भाजपा में वापस आ गए हैं। उन्होने अभिनेता दीपिका पादुकोण और फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली का सिर काटने के लिए 10 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। अमू ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि “यह मेरे घर वापस आने की तरह है।”आपको बता दें कि राज्य भाजपा अध्यक्ष सुभाष बरला ने फ़िल्म पद्मवत के विरोध के दौरान विवादास्पद टिप्पणी के लिए उन्हें एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद नवंबर 2017 में हरियाणा मे पार्टी के प्रमुख मीडिया अधिकारी के पद से अमू को इस्तिफा देना पड़ा था। फिल्म की रिलीज से पहले शांति का उल्लंघन करने के आरोप में गुरुग्राम पुलिस ने उन्हें जमानत पर गिरफ्तार भी कर लिया था।अमू ने मीडिया को बताया कि “मैंने कई महीने पहले भारतीय जनता पार्टी हरियाणा इकाई के विभिन्न पदों से इस्तीफा दे दिया था और आज हरियाणा के बीजेपी प्रमुख सुभाष बरला ने इसे खारिज कर दिया है। लगभग 29-30 सालों से मैं पार्टी और उसके छात्र विंग में अलग-अलग पदों पर रहा हूं। पार्टी से दूर रहने के लिए ये 8 महीने बहुत कठिन थे हालांकि मैंने विभिन्न सामाजिक संगठनों में काम करना जारी रखा।”
अमू ने मीडिया को बताया कि “मैंने कई महीने पहले भारतीय जनता पार्टी हरियाणा इकाई के विभिन्न पदों से इस्तीफा दे दिया था और आज हरियाणा के बीजेपी प्रमुख सुभाष बरला ने इसे खारिज कर दिया है। लगभग 29-30 सालों से मैं पार्टी और उसके छात्र विंग में अलग-अलग पदों पर रहा हूं। पार्टी से दूर रहने के लिए ये 8 महीने बहुत कठिन थे हालांकि मैंने विभिन्न सामाजिक संगठनों में काम करना जारी रखा।”
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