चक्रवाती तूफान गाजा शुक्रवार रात करीब 1:15 बजे तमिलनाडु के तट से टकरा गया। गनीमत ये रही कि इस चक्रवात के बनने से पहले ही 76,000 लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था। इस तूफान के दौरान हवाएं करीब 100 से 120 किलोमीटर प्रती घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। तेज हवाओं से कईं जगह पेड भी उख़ड गए हैं। तूफान का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु के तटवर्ती इलाकों में हुआ है।
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तूफान के चलते मच्छुआरों को भी समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। राज्य सरकार ने तूफान की चपेट में आ सकने वाले जिलों में अपने तंत्र को पूरी तरह से अलर्ट कर रखा है। नागपट्टिनम और कुड्डालोर सहित छह जिलों में 331 राहत केन्द्र खोले गए हैं।
Tamil Nadu: Trees uprooted and houses damaged in Nagapattinam in the overnight rainfall and strong winds which hit the town. #GajaCyclone pic.twitter.com/9ObvcqJlDD
— ANI (@ANI) November 16, 2018
इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने रात सात बजकर 50 मिनट पर एक बुलेटिन में कहा था कि तूफान का बाहरी असर पहले ही तट पर पहुंच गया है और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गई है।
वहीं तूफान के बाद एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुट गई है। सबसे पहले सडकों और बिजली के खंबों पर पडे पेडों को हटाया जा रहा है।
Tamil Nadu: Trees uprooted damaged in Nagapattinam in the overnight rainfall and strong winds which hit the town. NDRF team carrying out clearance work in the area. #GajaCyclone pic.twitter.com/N2LwKr1Mpc
— ANI (@ANI) November 16, 2018