बीतेदिन उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में 25 गायों की हत्या के आरोप में गुस्साई भीड़ ने गुस्से में एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में हिंदुवादी संगठन के कार्यकर्ता के नाम सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज की है जिसमें से एक एफआईआर गाय काटने को लेकर दर्ज की गई है। यो एफआईआर योगेशराज की शिकायत पर दर्ज की गई है जो हिंदुवादी संगठन बजरंग दल का जिला संयोजक है।
दूसरी एफआईआर पुलिस ने सब इंस्पेक्ट की शिकायत पर हिंसा फैलाने के आरोप में दर्ज की है जिसमें योगेशराज को ही मुख्यआरोपी बनाया गया है। मामले में बीजेपी युवा स्याना नगर के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी नामजद किया गया है। बजरंग दल के योगेशराज ने ही 25 गायों शवों की जंगल में पडे होने की शिकायत दी थी। जंगल में गायों के शवों की खोज के बाद वहां जमा भीड ने सैंकडों की संख्या में आए पुलिसबल पर पथराव किया और उनकी गाडियों को आग के हवाले कर दिया।
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बीतेदिन उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में 25 गायों की हत्या के आरोप में गुस्साई भीड़ ने गुस्से में एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में हिंदुवादी संगठन के कार्यकर्ता के नाम सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज की है जिसमें से एक एफआईआर गाय काटने को लेकर दर्ज की गई है। यो एफआईआर योगेशराज की शिकायत पर दर्ज की गई है जो हिंदुवादी संगठन बजरंग दल का जिला संयोजक है।दूसरी एफआईआर पुलिस ने सब इंस्पेक्ट की शिकायत पर हिंसा फैलाने के आरोप में दर्ज की है जिसमें योगेशराज को ही मुख्यआरोपी बनाया गया है। मामले में बीजेपी युवा स्याना नगर के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी नामजद किया गया है। बजरंग दल के योगेशराज ने ही 25 गायों शवों की जंगल में पडे होने की शिकायत दी थी। जंगल में गायों के शवों की खोज के बाद वहां जमा भीड ने सैंकडों की संख्या में आए पुलिसबल पर पथराव किया और उनकी गाडियों को आग के हवाले कर दिया।अनियंत्रित भीड को काबू करने की कोशिश कर रहे को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के सर में पत्थर मारा गया जिससे वो घायल हो गए। जैसे ही उनके कार चालक ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की भीड ने कार का पीछा किया और पुलिस अधिकारी को मैदान में रखकर गोली मार दी। मारे गए पुलिसअधिकारी के ड्राईवर ने ये जानकारी मीडिया को दी है। ड्राईवर के अनुसार वो अपनी जान बचाने के लिए कार छोडकर भाग निकले क्योंकी उन्हें नहीं पता था कि भीड उनके साथ क्या करेगी। एक स्थानीय नागरिक भी भीड़ की इस हिंसा में मारा गया।