कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार यानी आज पश्चिम बंगाल में भाजपा की तीन रथ यात्राओं के लिए अनुमति दे दी है। इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। भाजपा की इस रथ यात्रा को हरी झंडी मिलने के साथ-साथ यह निर्देश भी दिया गया है कि प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में कहीं भी कानून और व्यवस्था का कोई उल्लंघन न हो।
Calcutta High Court gives permission for the three yatras of BJP in West Bengal, directs that the administration should ensure that there is no breach of law and order. pic.twitter.com/e7SGSk8uRH
कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार यानी आज पश्चिम बंगाल में भाजपा की तीन रथ यात्राओं के लिए अनुमति दे दी है। इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। भाजपा की इस रथ यात्रा को हरी झंडी मिलने के साथ-साथ यह निर्देश भी दिया गया है कि प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में कहीं भी कानून और व्यवस्था का कोई उल्लंघन न हो।आपको बता दे कि इससे भी पहले दिसंबर के पहले हफ्ते में कलकत्ता हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने इस रथयात्रा पर रोक लगा दी थी। राज्य सरकार द्वारा यात्रा को अनुमति नहीं मिलने के बाद भाजपा ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की। राज्य सरकार ने बुधवार को हाई कोर्ट से कहा था कि राज्य में रथ यात्रा के कारण होने वाले सांप्रदायिक सौहार्द पर खतरों के चलते इस पर रोक लगाई गई थी।मझे भारत में अपने बच्चों को लेकर डर लगता है- नसीरुद्दीन शाहबीजेपी सरकार को इस मामले में राहत मिलने पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया है। पहले उन्होंने कोर्ट के फैसले के बाद पश्चिम बंगाल की पार्टी ईकाई को बधाई दी। फिर अपने अगले ट्वीट में विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि अगर यही फैसला एनडीए या बीजेपी सरकार ने विपक्षी कार्यक्रम पर लिया होता तो इसे ‘अघोषित आपातकाल’ करार दिया जाता। अब लोग चुप क्यों हैं? अपने अगले ट्वीट में कहा कि इस प्रकरण पर मानवाधिकार संगठन चुप क्यों हैं?
— ANI (@ANI) December 20, 2018
आपको बता दे कि इससे भी पहले दिसंबर के पहले हफ्ते में कलकत्ता हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने इस रथयात्रा पर रोक लगा दी थी। राज्य सरकार द्वारा यात्रा को अनुमति नहीं मिलने के बाद भाजपा ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की। राज्य सरकार ने बुधवार को हाई कोर्ट से कहा था कि राज्य में रथ यात्रा के कारण होने वाले सांप्रदायिक सौहार्द पर खतरों के चलते इस पर रोक लगाई गई थी।
मझे भारत में अपने बच्चों को लेकर डर लगता है- नसीरुद्दीन शाह
बीजेपी सरकार को इस मामले में राहत मिलने पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया है। पहले उन्होंने कोर्ट के फैसले के बाद पश्चिम बंगाल की पार्टी ईकाई को बधाई दी। फिर अपने अगले ट्वीट में विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि अगर यही फैसला एनडीए या बीजेपी सरकार ने विपक्षी कार्यक्रम पर लिया होता तो इसे ‘अघोषित आपातकाल’ करार दिया जाता। अब लोग चुप क्यों हैं? अपने अगले ट्वीट में कहा कि इस प्रकरण पर मानवाधिकार संगठन चुप क्यों हैं?
Congratulations to BJP, West Bengal for the High Court Judgement in their favour.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) December 20, 2018
If any NDA/BJP Government had stopped an opposition Programme, it would have been called an “Undeclared Emergency”. Why Silence now?
— Arun Jaitley (@arunjaitley) December 20, 2018