बाहुबली नेता कहे जाने वाले जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिल चुकी है, उन्हें हाई कोर्ट द्वारा जमानत दे दी गई है। हाई कोर्ट ने धनंजय सिंह की 7 साल की सजा पर रोक लगा दी है। शनिवार को हाईकोर्ट ने उनकी जमानत से जुड़ी याचिका पर फैसला सुनाया। हालांकि इस राहत के साथ ही कोर्ट ने उन्हें झटका भी दिया है, हाई कोर्ट की निचली अदालत ने अपने आदेश पर रोक नहीं लगाई है। जिससे यह साफ हो गया है कि धनंजय सिंह जेल से बाहर तो आ सकते हैं, लेकिन उनका चुनाव लड़ने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जमानत मंजूर कर ली है लेकिन उनकी सजा पर रोक से इन्कार कर दिया है।
अब जौनपुर का चुनाव और भी दिलचस्प हो गया है, उनकी पत्नी श्री कला सिंह को BSP ने जौनपुर से लोकसभा की टिकट दिया है।
आपको पता होगा कि धनंजय सिंह को जौनपुर की… pic.twitter.com/ar8rPAgWd7
— Jaiky Yadav (@JaikyYadav16) April 27, 2024
सजा पर रोक लगाने से इनकार-
धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, क्योंकि कोर्ट ने उनके चुनाव न लड़ने के लिए ट्रायल के आदेश को बरकरार रखा है। कोर्ट ने धनंजय सिंह की सजा पर भी रोक लगाने से इनकार किया है। हाई कोर्ट के जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच ने यह फैसला सुनाया है, धनंजय सिंह को आज सुबह ही जौनपुर जेल से बरेली जेल में शिफ्ट किया गया। दरअसल धनंजय को नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण और रंगदारी के मामले में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में धनंजय सिंह को 7 साल की सजा सुनाई।
ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती-
जिसके खिलाफ उन्होंने इलाहाबाद के हाईकोर्ट में अपील दाखिल कर ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती दी। उसके बाद इस मामले पर हाई कोर्ट में सुनवाई की गई। इस दौरान धनंजय के वकील ने कहा कि धनंजय सिंह राजनीतिक साजिश का शिकार हुए हैं, उन्हें इसमें फसाया गया है, इससे पहले बुधवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने धनंजय सिंह की याचिका पर सुनवाई की थी। लेकिन वह पूरी नहीं हुई, जिसके बाद जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच ने गुरुवार को फिर से सुनवाई की, इस दौरान दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित किया।
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धनंजय सिंह की पत्नी को टिकट-
जिसके बाद आज यानी शनिवार को कोर्ट ने धनंजय सिंह को बड़ी राहत देते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया और उनकी 7 साल की सजा पर रोक लगा दी। वहीं बात करें जौनपुर लोकसभा सीट की तो सभी राजनीतिक दलों के लिए यह सीट काफी अहम मानी जा रही है। इस सीट से धनंजय सिंह के चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही है। लेकिन उनके जेल से जाने के बाद से ही एमपी धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को टिकट देकर वहां चुनावी मैदान में उतारा गया है। इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही समाजवादी पार्टी ने जौनपुर से बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है, तो वहीं भाजपा ने कृपा शंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
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