इंडोनेशिया में आई सुनामी से कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 600 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। खबरों के मुताबिक़, क्रैकटो ज्वालामुखी के ‘चाइल्ड’ कहने जाने वाले अनक ज्वालामुखी के फटने से संभवतः यह सुनामी आई है।
आपको बता दे कि इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके अनुसार, नेशनल डिज़ास्टर एजेंसी ने बताया कि सुनामी स्थानीय समयानुसार शनिवार रात करीब 9:30 बजे आई। इस सुनामी में 43 लोगों की मौत हुई है, 600 लोग घयाल हुए हैं। ये आंकड़े बढ़ते ही जा रहे है। जावा के दक्षिणी छोर और दक्षिणी सुमात्रा के तटों पर आई सुनामी की लहरों से दर्जनों इमारतें तबाह हो गई हैं।
#UPDATE: Death toll rises to 43, with some 600 injured, in Indonesia tsunami apparently spawned by undersea landslides from volcanic eruption. (AP) https://t.co/2wtSSNA1fu
इंडोनेशिया में आई सुनामी से कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 600 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। खबरों के मुताबिक़, क्रैकटो ज्वालामुखी के ‘चाइल्ड’ कहने जाने वाले अनक ज्वालामुखी के फटने से संभवतः यह सुनामी आई है।आपको बता दे कि इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके अनुसार, नेशनल डिज़ास्टर एजेंसी ने बताया कि सुनामी स्थानीय समयानुसार शनिवार रात करीब 9:30 बजे आई। इस सुनामी में 43 लोगों की मौत हुई है, 600 लोग घयाल हुए हैं। ये आंकड़े बढ़ते ही जा रहे है। जावा के दक्षिणी छोर और दक्षिणी सुमात्रा के तटों पर आई सुनामी की लहरों से दर्जनों इमारतें तबाह हो गई हैं।खबरों की माने तो वहां के अधिकारियों का कहना है कि अनक के फटने की वजह से समुद्र के अंदर लैंडस्लाइड हुआ और लहरों में असामान्य परिवर्तन आया जिसने सुनामी का रूप ले लिया। इंडोनेशिया की जियोलॉजिकल एजेंसी सुनामी के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। नुग्रोहो ने कहा कि मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है। अनक क्रैकटो एक छोटा वॉल्कैनिक आइलैंड है जो कि 1883 में क्रैकटो ज्वालामुखी के फटने के बाद अस्तित्व में आया था।
— ANI (@ANI) December 23, 2018