गुड़गांव-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर हाल ही में लुटेरो का पर्दाफाश हुआ है जो रात में कैब की सवारी करके यात्रियों को लूटते थे और पिछले चार महीनों में दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 220 लोगों को निशाना बना चुके हैं। पुलिस ने कहा कि वो कैश, आभूषण और अन्य कीमती सामान में लगभग 38 लाख रु की लूट कर चुके हैं।
पुलिस के अनुसार उनका निशाना मल्टिनेशनल कंपनी के सीईओ होते थे जो अंधेरे के बाद हाईवे पर सार्वजनिक परिवहन का इंतजार करते थे। लुटेरे रात में सार्वजनिक परिवहन की कमी का फायदा उठाते थे और उन्हें लिफ्ट देकर उन्हें लूटते थे। हाल ही मे पुलिस को एक टिप मिली की वो इफको चौक पर किसी को निशाना बना रहे हैं, जिसके बाद अपराध जांच एजेंसी के एक अधिकारी को मौके पर तैनात किया गया। गिरोह ने उसे लिफ्ट की पेशकश की जिसके बाद पुलिस ने कैब का पीछा किया और उन्हें रास्ते में पकड़ लिया।
8 साल के समन्यु पोथुराज ने आस्ट्रेलिया के सबसे ऊँचे पहाड़ पर चढाई की
गुड़गांव-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर हाल ही में लुटेरो का पर्दाफाश हुआ है जो रात में कैब की सवारी करके यात्रियों को लूटते थे और पिछले चार महीनों में दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 220 लोगों को निशाना बना चुके हैं। पुलिस ने कहा कि वो कैश, आभूषण और अन्य कीमती सामान में लगभग 38 लाख रु की लूट कर चुके हैं।पुलिस के अनुसार उनका निशाना मल्टिनेशनल कंपनी के सीईओ होते थे जो अंधेरे के बाद हाईवे पर सार्वजनिक परिवहन का इंतजार करते थे। लुटेरे रात में सार्वजनिक परिवहन की कमी का फायदा उठाते थे और उन्हें लिफ्ट देकर उन्हें लूटते थे। हाल ही मे पुलिस को एक टिप मिली की वो इफको चौक पर किसी को निशाना बना रहे हैं, जिसके बाद अपराध जांच एजेंसी के एक अधिकारी को मौके पर तैनात किया गया। गिरोह ने उसे लिफ्ट की पेशकश की जिसके बाद पुलिस ने कैब का पीछा किया और उन्हें रास्ते में पकड़ लिया।इस गिरोह में 12 सदस्य शामिल थे, जो लूट को आपस में बराबर हिस्से में बाँटा करते थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में साहिल हुसैन, 21, साजिद, 20, और शाहिद, 20, नूंह के निवासी हैं और पलवल का मोहम्मद साहिल 24साल का है। वे शहर के विभिन्न हिस्सों में रहते थे और दिन के दौरान कैब ड्राइवर के रूप में काम करते थे।उनके तौर-तरीके का काम यात्रियों को रात में अपनी डिजायर कार में लिफ्ट देना और फिर उनके साथ मारपीट और लूट करना था। वे पीड़ितों को अपने मोबाइल फोन, आभूषण, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान बंदूक की नोक पर लेने के अलावा अपने एटीएम पिन को बताकर पैसे निकालने को मजबूर करते थे।उनके कब्जे से एक रिवाल्वर, तीन जिंदा कारतूस, एक चाकू, जंजीर, पेचकस और लोहे की रॉड भी बरामद की गई है। उनकी गिरफ्तारी के बाद कई लोग अब अपने साथ हुए ऐसे हादसे की कहनी बता रहे हैं। हालांकि, गुरुग्राम में अधिकारियों को केवल 34 शिकायतें मिली हैं, गिरोह ने उन्हें लिफ्ट देने के बाद कम से कम 120 यात्रियों को लूटने की बात स्वीकार की है। पुलिस के सहायक आयुक्त शमशेर सिंह ने कहा कि गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद कुछ दिल्ली और पंजाब निवासियों ने भी उनसे संपर्क किया था। यह गिरोह न केवल गुरुग्राम, बल्कि दिल्ली और करनाल बाईपास में भी सक्रिय था। उन्होंने चंडीगढ़ और अंबाला को लिफ्ट देकर हवाई अड्डे के पास दर्जनों लोगों को लूटा है।