पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को एक और बड़ा झटका लगा है। भ्रष्टाचार रोधी अदालत के जज मोहम्मद अरशद मलिक ने सोमवार यानी आज इस्लामाबाद की कोर्ट में फ्लैगशिप इन्वेस्टमेंट और अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामले पर अपना फैसला सुनाया है। अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामले में नवाज को भ्रष्टाचार रोधी कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई है तो वहीं फ्लैगशिप इन्वेस्टमेंट मामले में सबूतों की कमी के कारण उन्हें बरी कर दिया गया है। इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके अनुसार नवाज को एक मामले में राहत मिली है तो दूसरे मामले में झटका लगा है।
Pakistan Media: Former Pakistan PM Nawaz Sharif sentenced to 7 years in jail in NAB reference case, acquitted in flagship reference case. pic.twitter.com/3vWsjwEpfr
— ANI (@ANI) December 24, 2018
खबरों के अनुसार, नवाज पर सात साल की कैद के साथ-साथ 2.5 मिलियन डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। साथ ही, नवाज शरीफ को कोर्ट के अंदर ही गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दें कि नवाज शरीफ इससे पहले ही भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट रहे हैं, पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। नवाज शरीफ पर फैसले से पहले कोर्ट के बाहर भारी हंगामा हुआ। नवाज शरीफ के समर्थकों की वहां मौजूद पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई हैं। इस बीच पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।
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