आगामी लोकसभा चुनावों के चलते पीएम नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक काफी सुर्ख़ियों में है। कुछ विपक्षी दलों का मानना है कि चुनाव आने वाले है और उनका प्रचार-प्रसार शुरू हो गया है। अगर ऐसे में पीएम मोदी पर बनी फिल्म को चुनावों से पहले रिलीज़ किया जाएगा तो इससे देश की जनता प्रभावित होगी और मोदी सरकार को ही वोट देगी। लोकसभा चुनावों में बीजेपी से हार के डर से इस फिल्म का विरोध किया जा रहा है।
इसी डर के चलते तमिलनाडु की पार्टी डीएमके ने कहा कि वे इलेक्शन कमीशन के पास जाकर इस फिल्म पर स्टे लगवाएंगे क्योंकि ये फिल्म इलेक्शन से ठीक पहले रिलीज़ हो रही है और ये फिल्म पीएम मोदी के समर्थन में प्रोपैगेंडा हो सकती है। विपक्षी दल की मांग है कि इस फिल्म की रिलीज पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी जाएं।
अब वही खबरों की माने तो, इन मुद्दों पर मोदी बायोपिक के प्रोड्यूसर संदीप सिंह से पूछा गया कि डीएमके ने इलेक्शन कमीशन को लिखकर कहा है कि फिल्म पर स्टे लगाया जाए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संदीप ने कहा कि मुझे लगता है कि डीएमके को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें इस बात पर भी ध्यान लगाना चाहिए कि उन्होंने तमिलनाडु और देश के लिए क्या किया है।
उन्होंने आगे कहा कि ये एक सिंपल फिल्म है एक ऐसे इंसान के बारे में जो लोगों के लिए प्रेरणा का काम कर रहा है और देश का सबसे बड़ा ब्रांड है। डीएमके को किसी एक फिल्म से इतनी परेशानी नहीं होनी चाहिए फिर चाहे फिल्म इलेक्शन से पहले रिलीज़ हो या बाद में। अगर वे अपने काम पर ज्यादा ध्यान देंगे तो उन्हें वोट मिलने में आसानी होगी। ये फिल्म एक ऐसे इंसान के बारे में है जिसने चायवाले से लेकर पीएम बनने का सफर तय किया है और मैं चाहता हूं कि लोग इस फिल्म को देखें और प्रेरणा लें।
आपको बता दे कि पीएम मोदी बायोपिक पहले 12 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी लेकिन फिर इसे एक हफ्ता पहले रिलीज करने का फैसला लिया गया। अब ये फिल्म 5 अप्रैल को रिलीज़ होगी और इसका ट्रेलर भी होली से ठीक एक दिन पहले जारी किया जा चुका है।