आपने हमेशा से रंग-बिरंगे और फ्लेवर्ड कंडोम के बारे में सुना और देखा होगा लेकिन अब एक कंपनी ने ऐसा कंडोम बनाया है जो दो लोगों के साथ मिलकर खोलने से ही खुलेगा। चलिए जानते हैं क्या है ये नया कंडोम…
इस कंडोम की खासियत ये है कि इसके पैकेट को खोलने के लिए दो लोगों की सहमति की जरूरत है। पैकेट को खोलने के लिए एक ही वक्त में चार प्वाइंट पर प्रेस करना होता है। कंडोम के पैकेट के चार कोनों पर खोलने के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं। यानी दो लोग, अगर दोनों हाथों से इसे एक साथ खोलेंगे, तभी इसका पैकेट खुलेगा।
इस कंडोम को बनाने के पीछे आइडिया दिया गया है कि यह सहमति का वातावरण तैयार करता है और फैसले में बराबर भागीदारी मांगता है। कंडोम को अर्जेंटीना की एक कंपनी Tulipán ने तैयार किया है। इसके पैकेट पर लिखा है- ‘अगर ये हां नहीं है, ये ना है।’
इसी साल इस प्रॉडक्ट को औपचारिक तौर से लॉन्च किया जाएगा। हालांकि, फिलहाल फ्री सैंपल के रूप में कंडोम को बार में कपल को दिया जा रहा है।
Este pack es tan simple de abrir como entender que si no te dice que sí, es no. #PlacerConsentido pic.twitter.com/KHWyoFmg7L
आपने हमेशा से रंग-बिरंगे और फ्लेवर्ड कंडोम के बारे में सुना और देखा होगा लेकिन अब एक कंपनी ने ऐसा कंडोम बनाया है जो दो लोगों के साथ मिलकर खोलने से ही खुलेगा। चलिए जानते हैं क्या है ये नया कंडोम…इस कंडोम की खासियत ये है कि इसके पैकेट को खोलने के लिए दो लोगों की सहमति की जरूरत है। पैकेट को खोलने के लिए एक ही वक्त में चार प्वाइंट पर प्रेस करना होता है। कंडोम के पैकेट के चार कोनों पर खोलने के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं। यानी दो लोग, अगर दोनों हाथों से इसे एक साथ खोलेंगे, तभी इसका पैकेट खुलेगा।इस कंडोम को बनाने के पीछे आइडिया दिया गया है कि यह सहमति का वातावरण तैयार करता है और फैसले में बराबर भागीदारी मांगता है। कंडोम को अर्जेंटीना की एक कंपनी Tulipán ने तैयार किया है। इसके पैकेट पर लिखा है- ‘अगर ये हां नहीं है, ये ना है।’इसी साल इस प्रॉडक्ट को औपचारिक तौर से लॉन्च किया जाएगा। हालांकि, फिलहाल फ्री सैंपल के रूप में कंडोम को बार में कपल को दिया जा रहा है।वही, खबरों के अनुसार, कंडोम को प्रमोट करने वाली एजेंसी के अधिकारी ने कहा है कि कंपनी ने हमेशा सुरक्षित सुख की बात की है। लेकिन इस बार हमने सेक्शुअल रिलेशनशिप की चर्चा करते हुए इस पर ध्यान दिया है कि सुख तभी संभव है जब दोनों बराबर सहमति दें। कंपनी ने इस नए आइडिया तो मीटू मूवमेंट के बाद पेश किया है। मीटू के दौरान दुनियाभर में कन्सेन्ट और यौन शोषण को लेकर बहस छिड़ी थी।
— Tulipán Argentina (@TulipanARG) April 3, 2019
वही, खबरों के अनुसार, कंडोम को प्रमोट करने वाली एजेंसी के अधिकारी ने कहा है कि कंपनी ने हमेशा सुरक्षित सुख की बात की है। लेकिन इस बार हमने सेक्शुअल रिलेशनशिप की चर्चा करते हुए इस पर ध्यान दिया है कि सुख तभी संभव है जब दोनों बराबर सहमति दें। कंपनी ने इस नए आइडिया तो मीटू मूवमेंट के बाद पेश किया है। मीटू के दौरान दुनियाभर में कन्सेन्ट और यौन शोषण को लेकर बहस छिड़ी थी।
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