25 मार्च को बीजेपी में शामिल हुई जया प्रदा ने जब पार्टी का दामन थामा तो चर्चाएं शुरू हो गईं कि वो रामपुर से चुनाव लड़ेंगी। फिर बीजेपी ने जया को रामपुर की लोकसभा सीट का ही टिकट दिया, जहां से वो पहले समाजवादी पार्टी की सांसद रह चुकी थीं लेकिन आजम खान के साथ उनकी अदावत के चर्चे भी जाहिर थे।
जया प्रदा और आजम खान के बीच रामपुर का संसदीय चुनाव फिर दोनों के आरोपों-प्रत्यारोंपों में घिर चुका है। आजम खान ने उन पर फिर कुछ ऐसी टिप्पणियां की हैं, जो विवादों को जन्म दे रही हैं। वहीं, जया प्रदा लगातार कह रही हैं कि आजम उन्हें लगातार बेइज्जत करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। एक दिन पहले ही आजम ने वस्त्रों को लेकर टिप्पणी की तो भूचाल ही आ गया।
आपको बता दे कि जया ने पॉलिटिक्स की शुरुआत 1994 में तेलुगु देशम पार्टी से जुड़ने से की थी। बाद में चंद्रबाबू नायडू से मतभेदों के चलते समाजवादी से जुड़ीं रामपुर से सांसद भी रहीं। जया समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामपुर से दो बार सांसद रही हैं। वर्ष 2014 का चुनाव उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर बिजनौर से लड़ा था, लेकिन उसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद जया प्रदा सियासी तौर पर पृष्ठभूमि में चली गईं थीं। बस कभी कभार अमर सिंह के साथ सार्वजनिक तौर पर नजर आ जाती थीं।
2004 के लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट पर रामपुर सीट से चुनाव लड़ीं और जीती भीं। इसके बाद 2009 में वो फिर रामपुर से सांसद बनीं। खबरों की माने तो आजम नहीं चाहते थे कि जया प्रदा को समाजवादी पार्टी फिर से रामपुर से टिकट दे लेकिन अमर सिंह के प्रभाव से उन्हें रामपुर से ही फिर समाजवादी पार्टी का टिकट मिला। अबकी बार उनकी जीत का अंतर बहुत कम हो गया। हालांकि कुछ ही समय बाद उन्हें अमर सिंह के साथ पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सपा से निकाल दिया गया।
2018 में जया प्रदा ने आजम खान की तुलना फिल्म पद्मावत के किरदार अलाउद्दीन खिलजी से की थी। उनका आरोप था कि ‘पद्मावत’ फिल्म के अलाउद्दीन खिलजी को देखकर उन्हें आजम खान याद आ गए थे। जब वह चुनाव लड़ रही थीं तब आजम खान ने उन्हें भी बहुत प्रताड़ित किया था। इसके जवाब में आजम खान ने कहा था कि वह नाचने-गाने वालों के मुंह नहीं लगना चाहते।
बैंक बैलेंस मामले में इस पार्टी से पीछे है बीजेपी और कांग्रेस
25 मार्च को बीजेपी में शामिल हुई जया प्रदा ने जब पार्टी का दामन थामा तो चर्चाएं शुरू हो गईं कि वो रामपुर से चुनाव लड़ेंगी। फिर बीजेपी ने जया को रामपुर की लोकसभा सीट का ही टिकट दिया, जहां से वो पहले समाजवादी पार्टी की सांसद रह चुकी थीं लेकिन आजम खान के साथ उनकी अदावत के चर्चे भी जाहिर थे।जया प्रदा और आजम खान के बीच रामपुर का संसदीय चुनाव फिर दोनों के आरोपों-प्रत्यारोंपों में घिर चुका है। आजम खान ने उन पर फिर कुछ ऐसी टिप्पणियां की हैं, जो विवादों को जन्म दे रही हैं। वहीं, जया प्रदा लगातार कह रही हैं कि आजम उन्हें लगातार बेइज्जत करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। एक दिन पहले ही आजम ने वस्त्रों को लेकर टिप्पणी की तो भूचाल ही आ गया।आपको बता दे कि जया ने पॉलिटिक्स की शुरुआत 1994 में तेलुगु देशम पार्टी से जुड़ने से की थी। बाद में चंद्रबाबू नायडू से मतभेदों के चलते समाजवादी से जुड़ीं रामपुर से सांसद भी रहीं। जया समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामपुर से दो बार सांसद रही हैं। वर्ष 2014 का चुनाव उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर बिजनौर से लड़ा था, लेकिन उसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद जया प्रदा सियासी तौर पर पृष्ठभूमि में चली गईं थीं। बस कभी कभार अमर सिंह के साथ सार्वजनिक तौर पर नजर आ जाती थीं।2004 के लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट पर रामपुर सीट से चुनाव लड़ीं और जीती भीं। इसके बाद 2009 में वो फिर रामपुर से सांसद बनीं। खबरों की माने तो आजम नहीं चाहते थे कि जया प्रदा को समाजवादी पार्टी फिर से रामपुर से टिकट दे लेकिन अमर सिंह के प्रभाव से उन्हें रामपुर से ही फिर समाजवादी पार्टी का टिकट मिला। अबकी बार उनकी जीत का अंतर बहुत कम हो गया। हालांकि कुछ ही समय बाद उन्हें अमर सिंह के साथ पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सपा से निकाल दिया गया।2018 में जया प्रदा ने आजम खान की तुलना फिल्म पद्मावत के किरदार अलाउद्दीन खिलजी से की थी। उनका आरोप था कि ‘पद्मावत’ फिल्म के अलाउद्दीन खिलजी को देखकर उन्हें आजम खान याद आ गए थे। जब वह चुनाव लड़ रही थीं तब आजम खान ने उन्हें भी बहुत प्रताड़ित किया था। इसके जवाब में आजम खान ने कहा था कि वह नाचने-गाने वालों के मुंह नहीं लगना चाहते।जया प्रदा ने पहले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने उन पर तेजाब हमला कराने की कोशिश की थी।जया प्रदा ने आजम खान पर उनकी न्यूड तस्वीरें प्रसारित करने का भी आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद यूपी की राजनीति में तूफान आ गया था। जो तस्वीरें वायरल हुईं थी वे मोर्फेड फोट्स थी, यानी एडिट कर किसी और बॉडी पर जया प्रदा का चेहरा लगा दिया था। सिर्फ तस्वीरें ही नहीं, रामपुर में सीडी बांटने का आरोप भी लगा था। जया ने आजम पर ये आरोप 2009 के लोकसभा इलेक्शन के वक्त लगाया था। तभी से इन दोनों के बीच 36 का आंकड़ा शुरू हो गया है।