लोकसभा चुनाव 2019 के चलते आचार संहिता लग चुकी है, जिसके कारण चुनाव आयोग पूरी तरह से सख्त हो गया है। इस चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई अन्य राजनेताओं पर आने वाली फिल्मों पर भले ही रोक लगा दी हो लेकिन अब एक और नेता पर बायोपिक आने वाली है।
बता दे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर आधारित फिल्म चुनाव के दौरान रिलीज होने को है। ‘बाघिनी- बंगाल टाइग्रिस’ नाम की फिल्म ने हाल ही में सेंसर बोर्ड से क्लियरेंस हासिल किया है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म की निर्माला नेहल दत्ता ने दावा किया है कि यह एक बायोपिक नहीं बल्कि ममता के जीवन से प्रेरित उनके जीवन पर कहानी है।
खबरों की माने तो, दत्ता ने कहा कि ‘मोदी की फिल्म की तरह हमारी बायोपिक नहीं है। आप यह कह सकते हैं कि हम उनसे प्रेरित हैं। वह एक आदर्श हैं। महिला सशक्तिकरण के बारे में यह एक भावुक कहानी है।’
” कलंक’ के स्टार कास्ट ने दिल्ली में किया फिल्म का प्रचार “
लोकसभा चुनाव 2019 के चलते आचार संहिता लग चुकी है, जिसके कारण चुनाव आयोग पूरी तरह से सख्त हो गया है। इस चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई अन्य राजनेताओं पर आने वाली फिल्मों पर भले ही रोक लगा दी हो लेकिन अब एक और नेता पर बायोपिक आने वाली है।बता दे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर आधारित फिल्म चुनाव के दौरान रिलीज होने को है। ‘बाघिनी- बंगाल टाइग्रिस’ नाम की फिल्म ने हाल ही में सेंसर बोर्ड से क्लियरेंस हासिल किया है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म की निर्माला नेहल दत्ता ने दावा किया है कि यह एक बायोपिक नहीं बल्कि ममता के जीवन से प्रेरित उनके जीवन पर कहानी है।खबरों की माने तो, दत्ता ने कहा कि ‘मोदी की फिल्म की तरह हमारी बायोपिक नहीं है। आप यह कह सकते हैं कि हम उनसे प्रेरित हैं। वह एक आदर्श हैं। महिला सशक्तिकरण के बारे में यह एक भावुक कहानी है।’वहीं, स्क्रीनराइटर पिंकी पाल ने कहा कि सेल्युलाइड पर एक साधारण महिला की आकर्षक यात्रा को चित्रित करना हमारा उद्देश्य था। पाल ने कहा, ‘सरोजिनी नायडू हों या जयललिता, उनके पास बताने के लिए अपनी कहानी है और यह देश भर की महिलाओं को प्रेरित करना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, जो राजनीतिक भावनाओं को प्रभावित कर सकता है। हमें सर्टिफिकेट मिला है और हर कोई फिल्म देख सकता है। यह कोई प्रचार नहीं है।इस बीच, माकपा ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म में ममता का किरदार थियेटर आर्टिस्ट रूम चक्रवर्ती ने निभाया है।
वहीं, स्क्रीनराइटर पिंकी पाल ने कहा कि सेल्युलाइड पर एक साधारण महिला की आकर्षक यात्रा को चित्रित करना हमारा उद्देश्य था। पाल ने कहा, ‘सरोजिनी नायडू हों या जयललिता, उनके पास बताने के लिए अपनी कहानी है और यह देश भर की महिलाओं को प्रेरित करना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, जो राजनीतिक भावनाओं को प्रभावित कर सकता है। हमें सर्टिफिकेट मिला है और हर कोई फिल्म देख सकता है। यह कोई प्रचार नहीं है।
इस बीच, माकपा ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म में ममता का किरदार थियेटर आर्टिस्ट रूम चक्रवर्ती ने निभाया है।
Video: ‘राज बब्बर और उनके नेता नचनियां को दौड़ा-दौड़ा कर जूतों से मारूंगा’- गुड्डू पंडित