आजकल यूनीफाई पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए बढ़ते लेनदेन के साथ-साथ फ्रॉड के मामले भी बढ़ रहे है। इसी के चलते पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट जारी किया है। PNB ने ट्वीट कर कहा है कि ग्राहकों के अकाउंट में UPI के जरिए धोखाधड़ी की गतिविधियां बढ़ रही हैं। इसलिए बैंक ने UPI ग्राहकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके साथ ही बैंक ने सेफ बैंकिंग के टिप्स दिए हैं।
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आजकल यूनीफाई पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए बढ़ते लेनदेन के साथ-साथ फ्रॉड के मामले भी बढ़ रहे है। इसी के चलते पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट जारी किया है। PNB ने ट्वीट कर कहा है कि ग्राहकों के अकाउंट में UPI के जरिए धोखाधड़ी की गतिविधियां बढ़ रही हैं। इसलिए बैंक ने UPI ग्राहकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके साथ ही बैंक ने सेफ बैंकिंग के टिप्स दिए हैं।पंजाब नेशनल बैंक ने ट्वीट कर ग्राहकों को सावधान किया है। बैंक ने कहा है कि अगर आपने यूपीआई के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है या आपने यूपीआई के जरिए कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं किया है और आपको इसके लिए मैसेज आ रहे हैं तो आप सावधान हो जाएं। ग्राहक ऐसे मैसेज मिलने पर तुरंत यूपीआई को ब्लॉक करवाएं।बैंक का कहना है कि ग्राहक अपनी यूपीआई सर्विस को ब्लॉक करने के लिए कस्टमर केयर नंबर पर कॉन्टैक्ट करें। ग्राहक टोल फ्री नंबर 1800 180 2222 या 1800 103 2222 और 0120-2490000 पर डायल कर यूपीआई सर्विस को ब्लॉक करवा सकते हैं।क्या है यूपीआई– UPI में आईएफएससी कोड, बैंक अकाउंट नंबर डाले बगैर ही बैंक खाते से पैसों का लेनदेन किया जा सकता है। इसमें सिर्फ व्यक्ति के वर्चुअल पेमेंट एड्रेस की जरूरत होती है। यह भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुरू किया गया ऑनलाइन भुगतान का तरीका है। मोबाइल प्लेटफॉर्म पर दो बैंक खातों के बीच तुरंत धनराशि स्थानांतरित कर यह अंतर बैंक लेनदेन को सुविधाजनक बनाता है।फ्रॉड से बचने के उपाय…
-अगर आपके पास PNB का ऐप इंस्टाल करने के लिए मैसेज या ईमेल के माध्यम से कोई लिंक आया है तो ये जरूर चेक कर लें कि ये लिंक सही है और बैंक द्वारा ही भेजा गया है। कई बार कुछ फ्रॉड कंपनियां भी बैंक से मिलता जुलता लिंक भेजती हैं।
-इंटरनेट पर सर्च करते हुए चेक करें कि इंटरनेट कनेक्शन सुरक्षित है। ये देखें कि URL HTTPS से शुरू होता है न कि HTTP से।
-किसी भी अनजान व्यक्ति से कार्ड से पेमेंट करते वक्त मदद न लें।
-ये जरूर चेक करें कि आपका कार्ड पेमेंट करते अलग-अलग मशीन पर स्वाइप ना किया गया हो।
-बैंक से कार्ड मिलने के बाद तुरंत अपना पासवर्ड बदलें। साथ ही समय-समय पर अपने ATM कार्ड का पासवर्ड चेंज करते रहें।
-ब्लूटूथ और वाईफाई इस्तेमाल करने से डिवाइस और डाटा को अनऑथोराइस एक्सेस का खतरा है। इसलिए अनजानी डिवाइस से कभी अपना फोन कनेक्ट न करें।
-पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करते हुए कभी भी कोई पेमेंट या अपनी बैंक डिटेल्स शेयर न करें।
-अपने सिम कार्ड को PIN से लॉक करके रखें। ताकि चोरी होने पर भी सिम को कोई इस्तेमाल न कर पाएं।
-अपने मोबाइल में कोई सिक्योरिटी एप इंस्टॉल करें जिससे मालवेयर अटैक से बचा जा सके।
-ट्रांजेक्शन पूरी होने के बाद इंटरनेट बैंकिंग से तुरंत लॉगआउट ना करें ना कि सिर्फ ब्राउसर बंद करें।
— Punjab National Bank (@pnbindia) May 3, 2019
पंजाब नेशनल बैंक ने ट्वीट कर ग्राहकों को सावधान किया है। बैंक ने कहा है कि अगर आपने यूपीआई के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है या आपने यूपीआई के जरिए कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं किया है और आपको इसके लिए मैसेज आ रहे हैं तो आप सावधान हो जाएं। ग्राहक ऐसे मैसेज मिलने पर तुरंत यूपीआई को ब्लॉक करवाएं।
बैंक का कहना है कि ग्राहक अपनी यूपीआई सर्विस को ब्लॉक करने के लिए कस्टमर केयर नंबर पर कॉन्टैक्ट करें। ग्राहक टोल फ्री नंबर 1800 180 2222 या 1800 103 2222 और 0120-2490000 पर डायल कर यूपीआई सर्विस को ब्लॉक करवा सकते हैं।
क्या है यूपीआई– UPI में आईएफएससी कोड, बैंक अकाउंट नंबर डाले बगैर ही बैंक खाते से पैसों का लेनदेन किया जा सकता है। इसमें सिर्फ व्यक्ति के वर्चुअल पेमेंट एड्रेस की जरूरत होती है। यह भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुरू किया गया ऑनलाइन भुगतान का तरीका है। मोबाइल प्लेटफॉर्म पर दो बैंक खातों के बीच तुरंत धनराशि स्थानांतरित कर यह अंतर बैंक लेनदेन को सुविधाजनक बनाता है।
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फ्रॉड से बचने के उपाय…
-अगर आपके पास PNB का ऐप इंस्टाल करने के लिए मैसेज या ईमेल के माध्यम से कोई लिंक आया है तो ये जरूर चेक कर लें कि ये लिंक सही है और बैंक द्वारा ही भेजा गया है। कई बार कुछ फ्रॉड कंपनियां भी बैंक से मिलता जुलता लिंक भेजती हैं।
-इंटरनेट पर सर्च करते हुए चेक करें कि इंटरनेट कनेक्शन सुरक्षित है। ये देखें कि URL HTTPS से शुरू होता है न कि HTTP से।
-किसी भी अनजान व्यक्ति से कार्ड से पेमेंट करते वक्त मदद न लें।
-ये जरूर चेक करें कि आपका कार्ड पेमेंट करते अलग-अलग मशीन पर स्वाइप ना किया गया हो।
-बैंक से कार्ड मिलने के बाद तुरंत अपना पासवर्ड बदलें। साथ ही समय-समय पर अपने ATM कार्ड का पासवर्ड चेंज करते रहें।
-ब्लूटूथ और वाईफाई इस्तेमाल करने से डिवाइस और डाटा को अनऑथोराइस एक्सेस का खतरा है। इसलिए अनजानी डिवाइस से कभी अपना फोन कनेक्ट न करें।
-पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करते हुए कभी भी कोई पेमेंट या अपनी बैंक डिटेल्स शेयर न करें।
-अपने सिम कार्ड को PIN से लॉक करके रखें। ताकि चोरी होने पर भी सिम को कोई इस्तेमाल न कर पाएं।
-अपने मोबाइल में कोई सिक्योरिटी एप इंस्टॉल करें जिससे मालवेयर अटैक से बचा जा सके।
-ट्रांजेक्शन पूरी होने के बाद इंटरनेट बैंकिंग से तुरंत लॉगआउट ना करें ना कि सिर्फ ब्राउसर बंद करें।
-अगर आपके पास PNB का ऐप इंस्टाल करने के लिए मैसेज या ईमेल के माध्यम से कोई लिंक आया है तो ये जरूर चेक कर लें कि ये लिंक सही है और बैंक द्वारा ही भेजा गया है। कई बार कुछ फ्रॉड कंपनियां भी बैंक से मिलता जुलता लिंक भेजती हैं।
-इंटरनेट पर सर्च करते हुए चेक करें कि इंटरनेट कनेक्शन सुरक्षित है। ये देखें कि URL HTTPS से शुरू होता है न कि HTTP से।
-किसी भी अनजान व्यक्ति से कार्ड से पेमेंट करते वक्त मदद न लें।
-ये जरूर चेक करें कि आपका कार्ड पेमेंट करते अलग-अलग मशीन पर स्वाइप ना किया गया हो।
-बैंक से कार्ड मिलने के बाद तुरंत अपना पासवर्ड बदलें। साथ ही समय-समय पर अपने ATM कार्ड का पासवर्ड चेंज करते रहें।
-ब्लूटूथ और वाईफाई इस्तेमाल करने से डिवाइस और डाटा को अनऑथोराइस एक्सेस का खतरा है। इसलिए अनजानी डिवाइस से कभी अपना फोन कनेक्ट न करें।
-पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करते हुए कभी भी कोई पेमेंट या अपनी बैंक डिटेल्स शेयर न करें।
-अपने सिम कार्ड को PIN से लॉक करके रखें। ताकि चोरी होने पर भी सिम को कोई इस्तेमाल न कर पाएं।
-अपने मोबाइल में कोई सिक्योरिटी एप इंस्टॉल करें जिससे मालवेयर अटैक से बचा जा सके।
-ट्रांजेक्शन पूरी होने के बाद इंटरनेट बैंकिंग से तुरंत लॉगआउट ना करें ना कि सिर्फ ब्राउसर बंद करें।