आज के इस दौर में बढ़ रही टेक्नोलॉजी चरम सीमा पर है। टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट रेस में अभी तक आपने ड्राइवरलेस ट्रेन और कार को देखा था लेकिन अब मार्केट में एक खास तरह का ट्रक उतर गया है। ये ट्रक ड्राईवर लेस है यानी की बिना ड्राईवर के ये ट्रक चल सकेगा। स्केंडिनेवियाई देश स्वीडन की सड़कों पर पहली बार बिना ड्राइवर के एक इलेक्ट्रिक ट्रक की टेस्टिंग चल रही है। प्रयोग सफल रहा तो इसकी कमर्शियल लांचिंग होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस तकनीक वाले ट्रक को स्वीडिश स्टार्ट-अप ईनराइड कंपनी ने बनाया है। उसे स्वीडन के एक टेक्नोलॉजी क्षेत्र के भीतर मिक्स ट्रांसपोर्ट में टेस्टिंग की अनुमति दी गई है। औद्योगिक क्षेत्र में एक गोदाम और एक टर्मिनल के बीच की सार्वजनिक सड़क इसके लिए परमिट दिया गया है।
ईनराइड ने बताया कि यहां यातायात की गति आम तौर पर कम होती है। इससे टेस्टिंग में आसानी है। इस कैब-लेस ट्रक को टी-पॉड नाम दिया गया है। बुधवार को सार्वजनिक सड़क पर इसे शुरू किया गया। इसका परमिट 31 दिसंबर 2020 तक वैध है।
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आज के इस दौर में बढ़ रही टेक्नोलॉजी चरम सीमा पर है। टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट रेस में अभी तक आपने ड्राइवरलेस ट्रेन और कार को देखा था लेकिन अब मार्केट में एक खास तरह का ट्रक उतर गया है। ये ट्रक ड्राईवर लेस है यानी की बिना ड्राईवर के ये ट्रक चल सकेगा। स्केंडिनेवियाई देश स्वीडन की सड़कों पर पहली बार बिना ड्राइवर के एक इलेक्ट्रिक ट्रक की टेस्टिंग चल रही है। प्रयोग सफल रहा तो इसकी कमर्शियल लांचिंग होगी।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस तकनीक वाले ट्रक को स्वीडिश स्टार्ट-अप ईनराइड कंपनी ने बनाया है। उसे स्वीडन के एक टेक्नोलॉजी क्षेत्र के भीतर मिक्स ट्रांसपोर्ट में टेस्टिंग की अनुमति दी गई है। औद्योगिक क्षेत्र में एक गोदाम और एक टर्मिनल के बीच की सार्वजनिक सड़क इसके लिए परमिट दिया गया है।ईनराइड ने बताया कि यहां यातायात की गति आम तौर पर कम होती है। इससे टेस्टिंग में आसानी है। इस कैब-लेस ट्रक को टी-पॉड नाम दिया गया है। बुधवार को सार्वजनिक सड़क पर इसे शुरू किया गया। इसका परमिट 31 दिसंबर 2020 तक वैध है।कंपनी के मुताबिक एक ऑपरेटर द्वारा ट्रक की देखरेख की जाती है। यदि आवश्यक हो तो तब ही ऑपरेटर नियंत्रण करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रक 85 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकता है, लेकिन परीक्षण के दौरान केवल 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की अनुमति है। इसमें 3 डी सेंसर से लैस व 360 डिग्री घूमने वाले कैमरे व रडार लगे हैं। ट्रक NVIDIA द्वारा निर्मित एक ऑटोमैटिक ड्राइविंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है। पूरा सिस्टम 5 जी नेटवर्क के माध्यम से कनेक्ट रहता है।वहीं बता दे, Einride और प्रमुख लॉजिस्टिक फर्म DB Schenker ने पिछले साल नवंबर में स्वीडन के जोंकोपिंग में “टी-पॉड” की स्थापना की थी। कंपनी के मुताबिक यह दुनिया में अपनी तरह का पहला व्यावसायिक इंस्टॉलेशन था। Einride ने दावा किया कि “T-pod” स्वीडन में माल ढुलाई से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 2030 तक 60 प्रतिशत तक कम कर सकता है।
कंपनी के मुताबिक एक ऑपरेटर द्वारा ट्रक की देखरेख की जाती है। यदि आवश्यक हो तो तब ही ऑपरेटर नियंत्रण करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रक 85 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकता है, लेकिन परीक्षण के दौरान केवल 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की अनुमति है। इसमें 3 डी सेंसर से लैस व 360 डिग्री घूमने वाले कैमरे व रडार लगे हैं। ट्रक NVIDIA द्वारा निर्मित एक ऑटोमैटिक ड्राइविंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है। पूरा सिस्टम 5 जी नेटवर्क के माध्यम से कनेक्ट रहता है।
वहीं बता दे, Einride और प्रमुख लॉजिस्टिक फर्म DB Schenker ने पिछले साल नवंबर में स्वीडन के जोंकोपिंग में “टी-पॉड” की स्थापना की थी। कंपनी के मुताबिक यह दुनिया में अपनी तरह का पहला व्यावसायिक इंस्टॉलेशन था। Einride ने दावा किया कि “T-pod” स्वीडन में माल ढुलाई से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 2030 तक 60 प्रतिशत तक कम कर सकता है।
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