कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त पी. चिदंबरम को सीबीआई ने बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने पी. चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया है। दरअसल, पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में खारिज होने के कुछ घंटे बाद ही सीबीआई और ईडी की टीम उनके घर पहुंच गई थी। हालांकि, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वहां मौजूद नहीं थे। इसके बाद भी कई बार टीम उनके घर पहुंची। लेकिन बुधवार रात चिदंबरम को सीबीआई ने आखिरकार उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। आइये बताते है मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर यहां आइएनएक्स मीडिया मामले से जुड़ी हर एक बात…
31 मई 2007 को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) ने आईएनएक्स मीडिया को 4.62 करोड़ रुपए के विदेशी निवेश की अनुमति दी थी। लेकिन, आईएनएक्स मीडिया ने 305.36 करोड़ रुपए के विदेशी निवेश हासिल किए। इस राशि में से आईएनएक्स मीडिया ने गलत तरीके से 26% राशि आईएनएक्स न्यूज में लगा दिया, लेकिन बिना FIPB के अनुमति से। वित्त मंत्रालय की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने पाया कि आईएनएक्स मीडिया के पास मॉरिशस स्थित तीन कंपनियों से गलत तरीके पैसे आ रहे हैं।
इसके बाद 2010 में ईडी ने आईएनएक्स मीडिया के खिलाफ फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट कानून को तोड़ने के जुर्म में केस दर्ज किया।
15 मई 2017 को CBI ने FIPB द्वारा आईएनएक्स मीडिया को क्लीयरेंस देने में गड़बड़ी करने के आरोप में केस दर्ज किया। आरोप था कि पी. चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते हुए आईएनएक्स मीडिया ने 2007 में 305 करोड़ रुपए विदेश से मंगाए।
16 जून 2017 गृह मंत्रालय के फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर एंड ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन ने कार्ति चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया।
10 अगस्त 2017 को मद्रास हाईकोर्ट ने कार्ति चिदंबरम के खिलाफ जारी लुकआउट सर्कुलर पर स्टे लगा दिया।
14 अगस्त 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कार्ति चिदंबरम मामले में मद्रास हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया।
11 सितंबर 2017 को CBI ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसके पास विदेशों से पैसे के लेन-देन के पर्याप्त सबूत हैं। CBI ने कोर्ट को बताया कि कार्ति चिदंबरम के पास कई ऑफशोर प्रॉपर्टीज भी है।
9 अक्टूबर 2017 को पी. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट को कहा कि भाजपा की सरकार जानबूझकर मुझसे और मेरे बेटे से राजनीतिक बदला लेने की कोशिश कर रही है।
8 दिसंबर 2017 को कार्ति चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस डील मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और सीबीआई द्वारा भेजे गए समन को चुनौती दी।
16 फरवरी 2018 को कार्ति चिदंबरम का सीए एस.भास्कररमन गिरफ्तार किया गया। आरोप था कि वह कार्ति चिदंबरम के अवैध पैसे को देश और विदेश में सेटल करता है।
28 फरवरी 2018 को सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम को चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। दिल्ली हाईकोर्ट ने कार्ति को आईएनएक्स मीडिया मामले में एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया।
23 मार्च 2018 को पूरे 23 दिन के बाद कार्ति चिदंबरम को जमानत मिली और वे जेल से निकले।
25 जुलाई 2018 को दिल्ली हाईकोर्ट ने पी. चिदंबरम को गिरफ्तार होने से अंतरिम राहत दी।
11 अक्टूबर 2018 को ईडी ने कार्ति चिदंबरम की भारत, यूरोपियन संघ और स्पेन में मौजूद संपत्तियों को अटैच कर लिया।
21 जून 2019 को सेंट्रल विजिलेंस कमीशन ने अनुमति मांगी कि वित्त मंत्रालय में काम करने वाले दो अधिकारियों सिंधुश्री खुल्लर और अनूप के. पुजारी को गिरफ्तार किया जाए।
11 जुलाई 2019 को जेल में बंद इंद्राणी मुख्रर्जी इस मामले में एप्रूवर बन गईं।
20 अगस्त 2019 को दिल्ली हाईकोर्ट ने पी. चिदंबरम के जमानत की अर्जी खारिज की।
21 अगस्त 2019 को सीबीआई ने चिदंबरम को गिरफ्तार किया।