यूपी सरकार ने वंचित और गरीब बच्चों के समग्र विकास के लिए और उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करने के अपने लक्ष्य के साथ अटल आवासीय विद्यालयों में पूरे यूपी राज्य में अगले शैक्षणिक सत्र से 1440 से भी अधिक बच्चों को दाखिला मिलेगा। जिसमें से प्रत्येक स्कूल में कुल 80 छात्रों को दो खंडों में समायोजित किया जाएगा।
सीबीएसई के माध्यम से होगा स्टाफ का चयन-
यूपी अटल आवासीय विद्यालयों के लिए स्टाफ का चयन सीबीएसई के माध्यम से किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय में एक प्रधानाचार्य, एक प्रशासक और 11 शिक्षकों का स्टाफ होगा। छात्रों का चयन राज्य आरक्षण नीति के अनुसार किया जाएगा। यह स्कूल 12 से 15 एकड़ के क्षेत्र में बने होंगे। अटल आवासीय विद्यालयों में अंतिम प्रवेश परीक्षा के बाद चुने गए छात्रों की काउंसिलिंग के माध्यम से होगा। यह परीक्षा मई 2023 में होने की संभावना है। जबकि अंतिम प्रवेश प्रक्रिया जून 2023 तक पूरी होने की उम्मीद की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लगभग 18 अटल आवासीय विद्यालय योजना पूरे राज्य में चल रही हैं। जिनमें से अभी तक 7 पर काम पूरा हो चुका है।
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इन विद्यालयों में मजदूरों और गरीबों के बच्चों को प्रवेश देने का लक्ष्य है। यह एक जिला स्तरीय निगरानी समिति है, जो जिलों में प्रवेश प्रक्रिया पर नज़र रखेगी। जिला आयुक्त समिति अध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे और डीएम उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे। इस समिति में नवोदय प्राचार्य, अटल आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य और अतिरिक्त मुख्य कोषागार अधिकारी शामिल होंगे।
इस योजना का लक्ष्य क्या है?
योगी आदित्यनाथ सरकार की ग्रामीण और गरीब समर्थक की एक पहल के रूप में मान्यता प्राप्त श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अट्ठारह आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है। जिससे उन बच्चों को अपना भविष्य संवारने और उच्च शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलेगा जो इस शिक्षा जैसी सुविधा को प्राप्त करने में असहाय हैं और जिनकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है।
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बच्चों को मिलेगी उच्च शिक्षा-
इन सभी विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाएगी। यदि कोई बच्चा खेलों में रुचि रखता है तो उसे खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही बेसहारा और असहाय बच्चों के लिए सरकार इन स्कूलों में रहने और सभी प्रकार की जरूरी सुख- सुविधाओं की व्यवस्था भी करेगी।