वैज्ञानिकों ने सौरमंडल के बाहरी क्षेत्र में एक नया बौना ग्रह खोजा है, जिसे 2017 OF201 नाम दिया गया है। यह ग्रह लगभग 700 किलोमीटर व्यास का है और नेपच्यून से तीन गुना अधिक दूरी पर स्थित है। इसकी कक्षा अत्यंत लंबी और अंडाकार है, जो सूर्य से 1,600 खगोलीय इकाइयों (AU) तक फैली हुई है।
सबसे दूरस्थ सौरमंडलीय पिंडों में से एक
2017 OF201 की खोज चिली और हवाई में स्थित दूरबीनों की सहायता से की गई। इसकी कक्षा लगभग 25,000 वर्षों में पूरी होती है, जो इसे अब तक खोजे गए सबसे दूरस्थ सौरमंडलीय पिंडों में से एक बनाती है।
प्लैनेट नाइन सिद्धांत पर नई बहस
इस खोज ने ‘प्लैनेट नाइन’ सिद्धांत पर नई बहस छेड़ दी है। इस सिद्धांत के अनुसार, सौरमंडल के बाहरी क्षेत्र में एक विशाल, अदृश्य ग्रह मौजूद है, जो अन्य दूरस्थ पिंडों की कक्षाओं को प्रभावित करता है। हालांकि, 2017 OF201 की कक्षा इस सिद्धांत से मेल नहीं खाती, जिससे वैज्ञानिकों को अपने मॉडल पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता हो सकती है।
छठा मान्यता प्राप्त बौना ग्रह हो सकता है
यदि 2017 OF201 को आधिकारिक रूप से बौना ग्रह घोषित किया जाता है, तो यह सेरेस, प्लूटो, हाउमिया, माके-माके और एरिस के बाद सौरमंडल का छठा मान्यता प्राप्त बौना ग्रह होगा।यह खोज सौरमंडल के बाहरी क्षेत्रों के बारे में हमारी समझ को चुनौती देती है और ‘प्लैनेट नाइन’ की खोज को और अधिक रोमांचक बनाती है।
वैज्ञानिकों ने नेपच्यून के पार एक नया बौना ग्रह 2017 OF201 खोजा है, जो ‘प्लैनेट नाइन’ सिद्धांत को चुनौती देता है।
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