इस प्रदूषण से अब केवल इंसान ही नहीं बल्कि भगवान भी परेशान है। तभी तो भगवानों ने भी खुद को इस प्रदूषण से बचाने के लिए मास्क पहनने शुरू कर दिए है, ताकि उन्हें इस खराब आबोहवा में सांस लेने में कोई दिक्कत न हो। दरअसल, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में भगवान की मूर्तियों को भक्तों द्वारा मास्क पहनाया गया है ताकि उन्हें प्रदूषण के इस भयंकर खतरे से बचाया जा सकें।
दरअसल, ये मामला काशी के सिगरा स्थित भगवान शिव पर्वती के मंदिर का है, जहां मंदिर प्रशासन और कुछ भक्तों द्वारा भगवान की सभी मूर्तियों को मास्क पहनाया गया है। मंदिर प्रशासन द्वारा उठाए गए इस अनोखे कदम के बाद यह मामला चारों तरह चर्चा का विषय बन चुका है। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही है।
हालांकि, मीडिया में मंदिर प्रशासन द्वारा उठाए इस कदम की कई वजह बताई जा रही है। मंदिर के पुजारी का कहना है कि वो भगवान को भी एक इंसानी रूप मानते है। प्रदूषण का असर इंसान पर हो रहा है तो भगवान भी होगा ही, इसलिए मूर्तियों को मास्क पहनाए गए है। वहीं, कुछ का मानना है कि इसके पीछे की वजह मंदिर में दर्शन करने आने वाले भक्तों को जागरूक करना। जो भी भक्त मंदिर में मूर्तियों को मास्क पहना देखेगा तो इससे जागरूकता बढ़ेगी और वह खुद भी मास्क पहनना शुरू कर देगा।
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बता दें, दीवाली व छठ पूजा पर पटाखे फोड़ने और किसानों द्वारा पराली जलाने की वजह से प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, इसका असर वाराणसी में भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई जिलों में प्रदूषण बढ़ा है। लेकिन इन जगहों पर प्रदूषण को लेकर थोड़ी राहत है।
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