‘लव जिहाद’ पर महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र सरकार ने ‘इंटर कास्ट और इंटरफेथ मैरिज फैमिली कोऑर्डिनेशन कमिटी’ नाम से एक पैनल का गठन किया है। इस पैनल का गठन उन नवविवाहित महिलाओं के विषय में विस्तृत जानकारी एकत्र करने के उद्देश्य से किया गया है, जो अपने मायके और परिवार से अलग होकर दूसरे धर्म में या फिर भाग कर शादी कर लेती हैं।
राज्य की महिला, बाल विकास मंत्री और भाजपा नेता मंगल प्रभात लोढ़ा की अध्यक्षता वाली यह समिति ऐसे विवाहों में महिलाओं के लिए जिला स्तर के पहलुओं की निगरानी करेगी और उन्हें जरूरत पड़ने पर सहायता भी प्रदान करेगी। सरकारी प्रस्ताव के अनुसार यह कदम इन महिलाओं और इनके परिवारों परामर्श प्राप्त करने, संवाद करने और मुद्दों को हल करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी। महाराष्ट्र सरकार ने समिति को केंद्र और राज्य स्तर पर नीतियों का अध्ययन करने, कल्याणकारी योजनाओं और मुद्दों के बारे में कानूनों का अध्ययन करने और इसमें सुधार और समाधान खोजने के लिए बदलाव का सुझाव देने का काम सौंपा है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि समिति में 12 ऐसे अन्य सदस्य भी होंगे जो सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों से लिए जाएंगे। जिसके पश्चात इस कार्य के पूर्ण होने पर इस समिति को भंग कर दिया जाएगा।
कर्नाटक में आया जिका वायरस का पहला मामला, 5 साल की बच्ची का परीक्षण सकारात्मक
19 नवंबर, 2022 को भाजपा नेता मंगल प्रभात लोढ़ा ने राज्य महिला आयुक्त को यह आदेश दिया था कि वह एक ऐसी समिति का गठन करें, जो उन महिलाओं की पहचान करें जिन्होंने अपने परिवार के समर्थन के बिना शादी की है। महाराष्ट्र सरकार के इस कदम को उठाने का मुख्य कारण ‘श्रद्धा वाकर की कथित रूप से उसके साथी आफताब द्वारा हत्या’ करना है।
अरुणाचल प्रदेश: झड़प में 200 चीनी सैनिक थे शामिल, कंटीले डंडों से कर रहे थे भारतीय सेना पर आक्रमण
मंगलवार को इस संकल्प के अनुसार समिति को इस मुद्दे पर जिला अधिकारियों के साथ नियमित बैठक करने का काम भी सौंपा गया है। यह समिति मुख्य रूप से पंजीकृत और अपंजीकृत अंतर्जतीय और अंतधार्मिक विवाहों के विषय में जानकारी इकट्ठा करेगी। यह 7 मापदंडों पर कार्य करेंगे। जिसमें ऐसे विवाह शामिल होंगे जो या तो धार्मिक स्थलों में हुए हों या फिर भागकर किए गए हों। समिति अंतर्जातीय विवाह करने वाले जोड़ों के विषय में स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रार कार्यालयों से भी जानकारी एकत्र करेगी। जिसके चलते नवविवाहित महिलाओं के साथ-साथ उनके परिवारजनों से भी संपर्क किया जाएगा।