शास्त्रों में दान को मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। मान्यता है कि जो व्यक्ति दान कर्म करता है उसे वर्तमान के साथ अगले जन्म में भी पुण्य के फल की प्राप्ति होती है। दान मानवता का दूसरा स्वरूप है। नए साल के दिन पूजा-पाठ के अलावा कई लोग दान भी करते हैं, शास्त्रों के अनुसार दान का कोई समय नहीं होता। लेकिन कुछ चीजों का दान खास दिन या तिथि पर किया जाए तो दान का प्रभाव बढ़ जाता है। इन्हीं दानों में से एक है आदित्य मंडल का दान, आइए हम आपको बताते है आदित्य मंडल के दान की विधि तथा इसके लाभ।
1 जनवरी 2023 को करें आदित्य मंडल का दान
नए साल 2030 की शुरुआत रविवार से हो रही है, रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। मान्यता है कि रविवार के दिन आदित्य मंडल का दान देने से सूर्य देव अति प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि आदित्य मंडल के दान से दान देने वाले व्यक्ति के सारे अशुभ दोष मिट जाते हैं, और उसे रोजगार जैसे सुख प्राप्त होने लगते हैं। नए साल के पहले दिन दान करने से साधक का भाग्य सूर्य की तरह चमकता रहेगा।
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आदित्य मंडल दान की विधि
शास्त्र सम्मत विधि के अनुसार आदित्य मंडल बनाने के लिए सबसे पहले गुड और जौ को मिलाकर सूर्य मंडल के आकार का पुआ बना ले, इसे गाय के घी में पकाएं। इसके बाद ब्रह्म मुहूर्त में भगवान सूर्य को अर्ध्य दें। सूर्य देव की तस्वीर के आगे लाल चंदन का मंडप बनाएं अब इसके ऊपर पुए से बनाएं सूर्य मंडल को रखें और षोडशोपचार विधि से इसकी पूजा करें। पूजा करने के पश्चात ब्राह्मण को आदर के साथ निमंत्रण दे सूर्य मंडल के साथ वस्त्र, दक्षिणा का दान ब्राह्मण को करें।
आदित्य मंडल दान के लाभ
शास्त्रों के अनुसार आदित्य मंडल का दान देखा जाए तो रोज किया जा सकता है, लेकिन रविवार के दिन आदित्य मंडल का दान करने से कई गुना अधिक फल मिलता है। इस दान से दान करने वाले व्यक्ति के सारे कष्ट मिट जाते हैं और वह ग्रहों के राजा सूर्य के समान सदा चमकता रहता है। तो आप भी इस साल की शुरुआत आदित्य मंडल के दान से करें।
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