किरण शर्मा
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कोलकाता नाइट राइडर्स के दबंग बल्लेबाज रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ कुछ ऐसा कर दिखाया जिससे उनका नाम चारों तरफ सुर्खियों में बना हुआ है हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब रिंकू ने KKR के लिए आखिरी ओवरों में खेल खेला है।
इससे पहले भी वह खेल चुके हैं लेकिन IPL 2023 के 13वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अविश्वसनीय तरीके से गुजरात टाइटंस से जीत हासिल कर अपना नाम दर्ज किया है। 205 रनों की इस विशाल जीत को तय करने का श्रेय KKR के युवा और मेहनती बल्लेबाज रिंकू सिंह को जाता है। जिन्होंने वो कर दिखाया जो किसी ने सोचा भी नहीं था।
कैसा रहा क्रिकेट में आने से पहले जीवन-
21 बॉल में छह छक्के और एक चौका लगाकर 48 रनों की दमदार पारी बनाने वाले नौवीं फेल रिंकू सिंह का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है। एक समय था जब रिंकू का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था जब उन्होंने पिता के कर्ज को कम करने के लिए नौकरी करने का फैसला लिया लेकिन रिंकू के दिल और दिमाग में क्रिकेट चलता रहता था। रिंकू को एक कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोंछा लगाने का काम मिला था लेकिन उनका दिल इस काम में नहीं लगा और कुछ दिनों बाद उन्होंने काम छोड़ जाता जिसके बाद क्रिकेट पर अपना पूरा ध्यान लगाने की ठान ली।
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रिंकू का परिवार-
IPL के स्टार रिंकू सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को उत्तर प्रदेश (UP) के अलीगढ़ में हुआ था। उनके पांच भाई बहन हैं, जिनमें से वह तीसरे नंबर के भाई है। इसके अलावा रिंकू के पिता का नाम खानचंद्र है जोकि लोगों के घरों में एलपीजी सिलेंडर पहुंचाने का काम करते हैं। उनकी माता का नाम वीना देवी है और भाई जीतू सिंह ऑटो चालक है। रिंकू की बचपन से ही क्रिकेट में बेहद दिलचस्पी थी जिस वजह से एक साधारण परिवार से आने के कारण भी उन्होंने अपने सपनों को नहीं हारने दिया। घर के आर्थिक तंगी के माहौल में रिंकू के लिए क्रिकेट में करियर बनाना आसान नहीं था। कई बार उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए पिटाई भी की और डांटा भी लेकिन रिंकू ने क्रिकेट खेलना बंद नहीं किया। जिस जुनून का नतीजा आज उन्हें यहां तक ले आया है।
क्रिकेट के मैदान में कैसे मारी एंट्री-
रिंकू के मुश्किल समय में उनके कोच मसूद अमीन ने उनका साथ दिया। उन्होंने रिंकू को ट्रेनिंग दी। अंडर-16 के ट्रायल में दो बार फेल होने के बाद जीशान नाम के व्यक्ति ने रिंकू की काफी मदद की, जिनकी वजह से अपने मुश्किल समय में भी रिंकू उभर पाए। एक इंटरव्यू ने रिंकू ने खुद बताया, कि एक समय ऐसा था जब उनके पास क्रिकेट किट से लेकर जूते तक खरीदने के पैसे नहीं थे लेकिन रिंकू का क्रिकेट के लिए दृढ़ निश्चय और मेहनत रंग लाई। उन्होंने कई मैचों में क्रिकेट दिग्गजों का अपनी ओर ध्यान खींचा और अपनी जीत का नाम दर्ज कराया। इसके अलावा कई घरेलू मैचों में रिंकू को इनाम भी मिल चुके हैं। उन्हें एक बार इनाम में बाइक मिली थी जोकि उन्होंने अपने पिता को दे दी थी।
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