पहलवानों (Wrestlers) के समर्थन में रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर(Jantar Mantar) पर किसान और खाप संगठन (Farmers & Khap Organizations) जुटे और उन्होंने सरकार से कुश्ती संघ प्रमुख भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhusan Sharan Singh) को जल्द से जल्द पद से हटाने की मांग की है। 31 सदस्यों की एक समीति ने सरकार को अलटीमेटम दिया है कि अगर 21 मई तक भारत सरकार बृजभूषण शरण सिंह को नहीं हटाती है तो वो एक बड़ा फैसला लेने पर मजबूर होंगे। टिकैत ने कहा कि सरकार ने उन्हें 13 महीने कृषी कानूनों के वक्त दिल्ली में बैठाए रखा था अब भी पहलवान लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
किसान संगठनों और खाप पंचायतों के प्रमुखों ने जंतर-मंतर पर ही पहलवानों के साथ अपनी एक बैठक का आयोजन किया और उसके बाद एक प्रेस-वार्ता को संबोधित किया। प्रेस वार्ता में मुख्य तौर पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत, महम 24वीं खाप के बाबा मेहर सिंह और संयुक्त किसान मोर्चे से सरदार बलदेव सिंह सिरसा मुख्य तौर पर मौजूद रहे।
पहलवानों की पंचायत ने क्या फैसला सुनाया?
राकेश टिकैत ने बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पंचायत का फैसला सुनाया जिसमें उन्होंने 21 मई तक बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग सरकार से करी और साथ ही कहा कि हर रोज जंतर-मंतर पर खाप सदस्यों के जत्थे धरना स्थल पर आएंगे और वो रात को वापस लौट जाएंगे। उन्होंने कहा इसके अलावा अगर कोई खाप सदस्य यहां रात को रुकना चाहेगा तो वो रुक भी सकता है।
टिकैत ने कहा कि पहलवानों की एक समिति बनाई गई है जो इस प्रदर्शन को सुचारु रुप से चलाने का कार्य करेगी और सभी बाहरी तौर पर इनका समर्थन करेंगे। इसके बाद हम 21 मई को एक बैठक का आयोजन करेंगे अगर तब-तक सरकार हमारी मांग को नहीं मानती है तो हम आगे की रणनीति पहलवानों के साथ मिलकर बनाएंगे।
आपात स्थिती में 21 मई का इंतजार नहीं करेंगे-
टिकैत ने आगे बोलते हुए कहा कि वो किसी भी आपात स्थिती में पहलवानों के साथ 24 घंटे मौजूद हैं, ऐसे में वो किसी तारीख का इंतजार नहीं करेंगे। ऐसी स्थिती में वो घटनाक्रम के मुताबिक अपने निर्णय लेंगे।
आपको बता देंगें रविवार को हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली कूच किया है, जिसमें सुबह से लेकर शाम तक किसानों का धरना स्थल पर आना-जाना लगा रहा। दिल्ली पुलिस राज्य के बोर्डरों के अलावा भारी संख्या में जंतर-मंतर पर किसी भी टकराव की स्थिती से निपटने के लिए तैनात की गई थी। हालांकि बोर्डरों पर पुलिस ने किसान संगठनों को कुछ देर के लिए जरुर रोका था लेकिन जंतर-मंतर पर हालात सामान्य रहे।
दिल्ली
जंतर मंतर पर पहलवानों के धरने पर सर्व खाप के चौधरियों का जमावड़ा
पहलवानों के धरने को चौधरी नरेश टिकैत ने दिया समर्थन
किसानों ने सरकार को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
15 दिन में बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी हो-चौधरी राकेश टिकैत जी @NareshTikait@RakeshTikaitBKU @OfficialBKU pic.twitter.com/Q2EVFpy0qY
— Subhash Chaudhary Bku (@Subhash_BKU) May 7, 2023
बेटियों का अपना तिरंगे का अपमान है-
राकेश टिकैत ने कहा है कि हमारी बेटियां देश के लिए मेडल जीतकर लाई है और इनका अपमान देश के तिरंगे का अपमान है जो इस वक्त सरकार कर रही है। जिसे देश कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। टिकैत ने कहा कि वो हर संभव तरीके से पहलवानों के साथ खड़े हैं और ये काफी लंबा आंदोलन होगा जो पूरे देश में भी फैल सकता है।
इस दौरान जंतर-मंतर लगातार विरोध स्थल बना रहेगा और यहां आदोंलन गति पकड़ेगा और हमें अब लंबी लड़ाई किसान आंदोलन की तरह लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। टिकैत ने साफ किया कि यह कोई राजनीतिक विरोध नहीं है एक गैर-राजनीतिक आंदोलन है। हालांकि कुछ राजनीतिक दल पहलवानों के समर्थन में जरुर आए हैं लेकिन वो पार्टी की अपनी विचारधारा से हटकर देश की बेटियों का सम्मान बचाने के लिए सामने आए हैं। इस आंदोलन का नेतृत्व पहले की तरह पहलवान ही करेंगे राजनीतिक दल या किसान अपना बाहरी समर्थन इन्हें दे सकते हैं।
सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा न ले सिरसा-
वहीं किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि वो सरकार को बृजभूषण को जेल में डालने के लिए मजबूर करेंगे ये आंदोलन राजनीति से एकदम हटके है, हम यहां केवल पहलवानों के समर्थन में आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उनके धैर्य की परीक्षा न ले, क्योंकि सरकार ने इससे पहले भी हमारी परीक्षा ली थी और हम उसे पास कर चुके हैं।
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विनेश फौगाट ने क्या कहा-
भारत के लिए कुश्ती में कई सारे पदक लाने वाली पहलवान विनेश फौगाट ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो ये विरोध काफी बड़ा हो सकता है। अगर सरकार 21 मई तक कोई फैसला नहीं लेती है तो आंदोलन बड़ा होगा। विनेश ने कहा कि उनका विरोध किसी ने हाईजैक नहीं किया है, उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई में आम लोग हमारे साथ आए हैं, जिनकी भावनाओं का हम सम्मान करते हैं।
खेल से दूर जाने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वो प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगी खेल से दूर वो लंबे समय तक नहीं रहना चाहती हैं। उनकी बस एक मांग है कि पहले आप बृजभूषण को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ करें।
पुलिस ने पहलवानों के मामले में अबतक क्या कदम उठाया है-
दिल्ली पुसिल ने इस मामले में धारा 161 और 164 के तहत 7 महिला पहलवानों के बयानों पर एफआईआर दर्ज की है। इन सभी के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किए जाने अभी बाकी हैं। इन सभी महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है और उन्हें पद से हटाने की मांग की है।