Varanasi Kolkata Greenfield Expressway- आने वाले समय में आप दिल्ली से कोलकाता (Delhi to Kolkata) मात्र 17 घंटों में पहुंच सकेंगे। फिलहाल दिल्ली से कोलकाता सड़क मार्ग से जाने में आपको 26 घंटे से अधिक का समय लगता है लेकिन वारणसी-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद आपकी यात्रा का समय 9 घंटे कम हो जाएगा।
2026 तक एक्सप्रेसवे के तैयार होने की उम्मीद-
पूर्वांचल, लखनऊ-आगरा और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली-वाराणसी यात्रा पहले से ही 10 घंटे से कम समय में संभव हो चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे 2026 तक तैयार होने की उम्मीद है। इससे यात्रा की दूरी 690 किलोमीटर से 610 किलोमीटर कम होगी और यात्रा समय भी 6-7 घंटे कन होगा। कुल मिलाकर सफर दिल्ली से कलकत्ता का 9 घंटे कम हो जाएगा, इसमें 2 घंटे की कमी दिल्ली से वाराणसी के सफर में दर्ज की जाएगी।
इस रास्ते से मोहनिया, रोहतास, सासाराम, औरंगाबाद, गया, छत्र, हजारीबाग, रांची, बोकारो, धनबाद, रामगढ़, पुरुलिया, बाँकुरा, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली और हावड़ा जैसे कई शहरों की यात्रा की जा सकेगी। यह एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग और उसकी शाखाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगा ताकि समय और खर्च की बचत हो सके।
सर्वे पहले ही हो चुका है पूरा-
हालांकि इसके लिए प्राथमिक तौर पर भूमी का सर्वे पहले ही हो चुका है, लेकिन इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे चंदौली जिले के वाराणसी रिंग रोड से शुरू होगी और बंगाल के हावड़ा जिले में Uluberia के पास NH-16 से मिलेगी, जबकि वराणसी और कोलकाता के बीच वर्तमान में अधिकांश यातायात NH-19 के माध्यम से होता है। बिहार में, Tilouthu से इमामगंज तक के 80 किलोमीटर लंबाई के खंड के लिए भू-अधिग्रहण प्रक्रिया जनवरी 2022 में शुरू हुई थी।
दिल्ली-कोलकाता एक्सप्रेसवे के बारे में मुख्य जानकारी-
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के रूप में भी जाना जाने वाला यह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना भारतमाला परियोजना (बीएमपी) का हिस्सा है और इसे छह लेनों के रूप में चलाने के लिए मंजूरी दी गई है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने की लागत 28,500 करोड़ रुपए रखी गई है।
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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कब तक होगा पूरा-
इसी बीच, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की अंतिम तिथि जून 2024 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के पूरा हो जाने के बाद, मुंबई और दिल्ली के बीच यात्रा समय 12 घंटे तक कम हो जाएगा।
फ़रवरी 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले खंड का उद्घाटन किया था। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1350 किलोमीटर है। ये 8 लेन का एक्सप्रेसवे है जिसे भविष्य में 12 लेन तक का किया जा सकता है जो दिल्ली को राजस्थान और गुजरात के रास्ते मुंबई से जोड़ता है।
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