हाई बीम का उपयोग करने वाले वाहनों के जुर्माने को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी मिली है, कि संकरी और छोटी गलियों के साथ राजमार्गों पर भी वाहनों के द्वारा हाई बीम पर स्विच करने के लिए चालानों में लगातार कमी देखने को मिली है, वहीं आंकड़े भी इस बात की पुष्टि करते हैं, कि हाई बीम का उपयोग करने वाले वाहनों के लिए जुर्माने में कमी आई है। साल 2020 के आंकड़े दर्शाते हैं, कि हैडलाइट्स पर हाई बीम को स्विच करने के लिए कुल 427 चालान जारी किए गए थे। वहीं साल 2021 में हाई बीम चालान के मामले 427 से घटकर 309 हो गए, जबकि साल 2022 में हाई बीम को लेकर कुल 235 चालान जारी किए गए हैं।
सीमा के भीतर हाई बीम प्रतिबंधित-
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट के अनुसार, क्षेत्र या शहर की सीमा के अंदर हैडलाइट्स पर हाई बीम का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है और जो हेडलाइट पर हाई बीम का उपयोग करता है, उस पर वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र का उल्लंघन करने को लेकर मुकदमा चलाया जाता है। इसी कड़ी में यातायात के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कि यात्री अधिकतर राजमार्गों पर और छोटी गलियों में हैडलाइट्स पर हाई बीम का उपयोग करते हैं। जिसकी वजह से ना सिर्फ वह उपद्रव करते हैं, बल्कि अपनी और दूसरों की दृष्टि को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसके आगे वरिष्ठ यातायात अधिकारी ने बताया कि इस अपराध के लिए मुकदमा चलाना वर्तमान समय में प्राथमिकता नहीं है, क्योंकि वे अभी उन लोगों पर अपना शिकंजा कस रहे हैं जो हेलमेट और सीटबेल्ट जैसी महत्त्वपूर्ण चीजों को भी नजरअंदाज करते हैं। इसके साथ ही अधिकारियों ने यह भी कहा कि, किसी विशेष यातायात अपराध के लिए समय-समय पर अभियान और अभियोजनाएं चलाई जाती है। अभी हाल ही में हेडलाइट पर हाई बीम को लेकर ऐसा कोई भी अभियान नहीं चलाया जा रहा है। अधिकारी ने यह भी बताया कि जब भी हाई बीम की शिकायतें आएंगी या हैडलाइट्स पर हाई बीम के उपयोग में वृद्धि होगी। तब हाई बीम को लेकर अभियान चलाए जाएंगे।
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ट्रैफिक पुलिस ने इस मामले को लेकर कहा, कि हाई बीम के मामलों में ज्यादातर राजमार्गों पर वाणिज्य वाहनों को दंडित किया जाता है। वहीं सड़क सुरक्षा के विशेषज्ञों का कहना है कि, वाहनों की हैडलाइट्स में हाई बीम का उपयोग ड्राइवरों में स्थाई रूप से जागरूकता की कमी है और इस कमी को अभियोजना के द्वारा दूर किया जा सकता है। वाहनों की हेडलाइट में उपयोग होते हाई बीम होने वाली दुर्घटनाओं की तरफ इशारा करती है। हाई बीम की वजह से ड्राइवरों में अस्थाई अंधापन की समस्या पैदा होती है। मिली जानकारी के अनुसार, वाहनों में हाई बीम का उपयोग ड्राइवरों में सड़क सुरक्षा जागरूकता की कमी को दर्शाता है। ड्राइवरों में हाई बीम को लेकर जागरूकता अभियान और अभियोजना से ही वाहनों में हाई बीम के उपयोग पर रोक लगाई जा सकती है।
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