Haryana News: सरकारी भर्तियों में गड़बड़ी को लेकर सुर्खियों में रहने वाले HPSC का अब एक और कारनामा सामने आया है HSC की प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे Civil Services Aptitude Test में पूछे गए 33 सवालों को इस बार के परीक्षा में फिर से दोहराया गया। इसके अलावा बाकी के 4 प्रश्नों में थोड़े बहुत ही बदलाव किए गए। इस परीक्षा की खास बात यह है कि इस परीक्षा में क्वालीफाई करने के लिए केवल 33% अंकों की आवश्यकता होती है। जब इस मामले का खुलासा हुआ तो विपक्ष ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधा।
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33% पर क्वालीफाई-
HCS-Allied के लिए प्रारंभिक परीक्षा में दो टेस्ट होते हैं। पहली परीक्षा General Studies की होती है और दूसरी CSAT की। दोनों ही परीक्षाएं OMR सीट पर आधारित होती हैं। जो अभ्यर्थी परीक्षा में 33% अंक हासिल करता है, वह क्वालीफाई हो जाता है। इसके पश्चात उसके पहले परीक्षा की कॉपी चेक की जाती है और पहली परीक्षा के अंकों द्वारा ही उसकी मेरिट तैयार की जाती है। इसके बाद अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा देते हैं और फिर उनका इंटरव्यू होता है। यदि अभ्यर्थी की दूसरी परीक्षा में 33% अंक नहीं होते तो उसके पहली परीक्षा की कॉपी चेक नहीं की जाती।
21 मई 2023 को हुई परीक्षा-
HCS-Allied Services के 100 पदों के लिए 21 मई 2023 को हरियाणा के 6 जिलों में परीक्षा हुई थी। 341 सेंटरों में सुबह और शाम के समय परीक्षा देने का समय रखा गया था। जिसमें सुबह के समय 46,400 और शाम के समय 45,100 परीक्षार्थियों ने HCS की परीक्षा दी थी। कुल मिलाकर परीक्षा के लिए 93,000 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था लेकिन उनमें से केवल 50% ने हीअपनी हाजिरी लगाई थी।
परीक्षार्थियों ने लगाया आरोप-
कई बार HCS की परीक्षा देने वाली श्वेता ढुल ने यह आरोप लगाया कि यह सब अपने चहेतों को पास कराने के लिए किया गया है और यह पेपर लीक का मामला है। राज्य सरकार को इस मामले में HPSC और पेपर सेट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही अन्य छात्रों का यह कहना था कि जुलाई 2022 में हुई परीक्षा में पूछे गए 33 प्रश्नों को मई 2023 में पूछा गया और इन प्रश्नों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया।
विपक्ष ने साधा निशाना-
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आयोग ने पिछले साल के सवालों को परीक्षा में फिर से दोहरा कर अपनी योग्यता साबित की है, इसके साथ ही आयोग ने अपने ही पेपर को लीक करने का काम किया है। साथ ही सुरजेवाला ने परीक्षा को रद्द करने की मांग की और यह कहा कि यदि हरियाणा सरकार में थोड़ी सी शर्म है तो खट्टर साहब 93,000 युवाओं से तुरंत माफी मांगे। उन्होंने आयोग को भंग करने की मांग की।
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