अब टीचर्स की नौकरियां भी AI के चलते खतरे में नजर आ रही हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अपने कोडिंग कार्यक्रम में एआई के एकीकरण में काम कर रही है। जिसके तहत, यूनिवर्सिटी चैटजीपीटी की क्षमताओं के साथ एक एआई चैटबॉट को अपने प्रसिद्ध कंप्यूटर साइंस 50: इंट्रोडक्शन टू कंप्यूटर साइंस (सीएस50) कोर्स में प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त करने की योजना बना रही है। यह चैटबॉट छात्रों के सभी सवालों का जवाब देगा और उन्हें कोर्स से संबंधित मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा।
GPT-4 मॉडल पर करेगा काम:
एआई टीचर्स को ओपनएआई के उन्नत GPT-3.5 या GPT-4 मॉडल के आधार पर तैयार किया जाएगा। इस कार्यक्रम की शुरुआत सितंबर में होगी और पंजीकृत छात्रों को इस एआई उपकरण का उपयोग करने के लिए सुझाव दिया जाएगा। इससे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी छात्रों को उन्नत और मानवीय अनुभव प्रदान करने की कल्पना की जा रही है, जो इस लेटेस्ट एआई तकनीक का उपयोग करके संभव होगी।
यह भी पढ़ें: भारत में लॉन्च हुई Gizmore की नई प्राइम कॉलिंग स्मार्टवॉच, जानें प्राइस और फीचर्स
क्या कहा प्रोफेसर ने:
सीएस50 के प्रोफेसर डेविड मालन ने हार्वर्ड क्रिमसन ने कहा, ‘हमारी आशा है कि एआई के माध्यम से हम अंततः CS50 में ‘ per student one teacher’ का कान्सैप्ट तैयार कर रहे हैं। हम छात्रों को सॉफ्टवेयर-आधारित उपकरण प्रदान करके उनकी गति से सीखने में 24/7 सहायता करने की कोशिश करेंगे, जो उनके लिए व्यक्तिगत रूप से सबसे अच्छी तरीके से काम करेगी। नवंबर 2022 में लॉन्च हुए OpenAI के ChatGPT ने अपनी रफ़्तार से सबसे तेजी से विकसित होने वाली एप्लिकेशन बन गई है। सिर्फ़ दो महीनों में, चैटबॉट ने 100 मिलियन एक्टिव यूजर्स को आकर्षित कर लिया है, जो वास्तव में आश्चर्यजनक है।
यह भी पढ़ें: One Plus Nord 3 : लॉन्च से पहले ही लीक हुईं कीमत, 16GB RAM के साथ बना पहला Nord स्मार्टफोन